मंडी जिले के दौरे पर निकले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने मंगलवार को मंडी सदर और बल्ह विधानसभा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके उन्हें मंडी लोकसभा उपचुनाव के लिए एकजुट होकर मैदान में उतरने का पाठ पढ़ाया। आठ अगस्त से चल रहे उनके दौरे का मंगलवार को तीसरा दिन था। इससे पहले राठौर ने अपने दौरे की शुरूआत सरकाघाट से की थी जहां पर उन्हें कांग्रेस के तीन गुटों जो पूर्व मंत्री व वरिष्ठतम कांग्रेस नेता रंगीला राम राव, प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर और पिछले चुनावों में उम्मीदवार रहे पवन ठाकुर के शक्ति प्रदर्शन का सामना हुआ।
वहीं, जोगिंदरनगर में भी पूर्व विधायक सुरेंद्र ठाकुर के संबोधन के दौरान दूसरे गुट के युवा समर्थकों ने हंगामा किया। मंगलवार को मंडी सदर की बैठक में भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि उनका दौरा किसी को विधानसभा के लिए टिकट बांटने का नहीं है बल्कि लोकसभा उपचुनाव के लिए तैयारी करना है क्योंकि इस चुनाव को जीतना है। हंगामे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बिखराव नहीं है मगर टुकड़ों में बंटने के कारण पिछले चुनावों में जीत नहीं मिल पाई।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सरकाघाट में 15 सालों, धर्मपुर में तीस सालों से और इसी तरह जोगिंदरनगर में भी 15 सालों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। उन्होंने मंडी लोकसभा के प्रत्याशी के तौर पर इन बैठकों में प्रतिभा सिंह के नाम का भी जिक्र किया । उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिसे भी टिकट देगी सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर उसका काम करेंगे। राठौर ने कार्यकर्ताओं को कहा की आज कांग्रेस का जनाधार बढ़ चुका है भाजपा से लोगों का अब मोह भंग हो चुका है । बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, चारों ओर फैला हुआ है । लोग अब कांग्रेस को सत्ता सौंपना चाहते हैं।
यू ब्लॉक पार्किंग और शॉपिंग मॉल मुद्दे को भी हवा दे गए राठौर
मंडी शहर के बीचोंबीच प्राचीनतम स्कूल इमारत यू ब्लाक को तोड़कर उसकी जगह बनाई जा रही पार्किंग और शॉपिंग मॉल जिसके विरोध में छात्रों ने पिछले आठ दिनों से आंदोलन छेड़ रखा है उसमें अब कांग्रेस भी खुले तौर पर कूद गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, कौल सिंह ठाकुर के साथ कार्यकर्ताओं सहित स्वयं मौके पर गए और वहां पर कहा कि यह सब हिमाचल को बेचने की प्रक्रिया का हिस्सा है। देश में यह काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं जबकि अब प्रदेश में जयराम ठाकुर भी इसी नक्शेकदम पर चल पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह सब एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। ऐतिहासिक इमारतों को तोड़ कर वहां पर व्यावसायिक गतिविधियां चलाना सही नहीं है।सरकार तुरंत इसकी लीज का रद्द करके यहां पर फिर से स्कूल का निर्माण करे।