विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के तहते आते रैत बाजार के पास एक कबूतर और एक नई प्रजाति का प्रवासी पक्षी मृत पाया गया है। इन दोनों पक्षियों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। प्रवासी पक्षियों की लगातार हो रही मौत को लेकर प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश कांग्रेस की राज्य स्तरीय समिति जांच कमेटी के सदस्य केवल सिंह पठानिया ने सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए पठानिया ने कहा कि प्रवासी पक्षियों की मरने की आहट रैत्त तक पहुंच गयी है लेकिन सरकार अभी तक भी गंभीर नहीं दिख रही है। पठानिया ने कहा कि आज रैत्त में एक कबूतर ओर एक नई प्रजाति का प्रवासी पक्षी रैत्त बाजार के पास मृत मिला। जिसका अभी तक इन दो पक्षियों के मरने का कोई कारण नहीं पता चल पाया है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश महोदय पशुपालन विभाग को तुरंत भेजकर इनकी जांच करें और स्थानीय इलाके में सावधानी पुर्वक अन्य पशुओं ओर जनता की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं। प्रवासी पक्षियों की अचानक मरने के क्या कारण है इनकी पुष्टि करें जिससे स्थानीय इलाके की जनता भय के माहौल से बाहर निकल सकें।
पठानिया ने कहा कि अभी हाल में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की राज्य स्तरीय समिति ने पीसीसी अध्यक्ष राठौर की अध्यक्षता में चंदर कुमार, सुजान सिंह पठानिया, अजय महाजन पूर्व विधायक, प्रवासी पक्षियों की बर्ड फ्लू पर महामारी की स्थिति को देखने के लिए नगरोटा सूरियां के पास पौंग बांध पक्षियों के अभयारण्य क्षेत्र का दौरा किया था । समिति ने स्थानीय निर्वाचित सदस्यों, प्रधान, के साथ बातचीत करके इस महामारी पर बीडीसी और क्षेत्र के अन्य प्रतिनिधियो के साथ बात करके कमेटी ने इसकी रिपोर्ट राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और सरकार को सौंपी थी।
उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है। इस विभाग में तीन विभागों यानी वन विभाग, पशुपालन, आईपीएच की संयुक्त समिति को उनकी लार और खाद का परीक्षण करके उचित जांच के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। स्थानीय लोगों ने समिति को बताया कि कुछ स्थानीय पक्षी भी इस बीमारी से गुजर रहे हैं और स्थानीय आसपास के क्षेत्र में मृत मिल रहे हैं।