कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नादौन के विधायक सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि फ़ूड सेफ्टी के नाम पर गरीब व्यापारियों से एनजीओ 500 से 1000 रूपये की उगाही कर रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि इन एनजीओ को पैसे लेने की अनुमति किसने प्रदान की है। एक ओर जहां बाज़ार में मंदी छाई है वहीं दूसरी ओर एनजीओ द्वारा जबरन की जा रही उगाही से व्यापारियों की कमर टूट गई है।
उन्होंने कहा कि एनजीओ द्वारा व्यापारियों को धमकाया जा रहा है कि अगर पैसे नहीं देंगे तो व्यापारियों को फ़ूड सेफ्टी के लाईसेंस नहीं दिए जाएंगे। इस सारे मामले में विभाग बिलकुल मौन है। एनजीओ द्वारा व्यापारियों से की जा रही उगाही में हिमाचल प्रदेश सरकार की मिलिभक्त प्रतीत होती है।
सुक्खू ने कहा कि व्यापारियों से हो रही नाज़ायज़ उगाही के मामले की जितनी भी निन्दा की जाए कम है और व्यापारियों से उगाही के मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। जहां एक ओर प्रदेश में प्लास्टिक बैन है। वहीं एनजीओ द्वारा व्यापारियों को प्लास्टिक के दस्ताने और अन्य सामान दिया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग मूक दर्शक बन कर देख रहा है।