हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने गुरुवार को को मौजूदा वित्त वर्ष का 6736.56 करोड़ का अनुपूरक बजट पारित कर दिया। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हो गई। सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को इस अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया था। अनुपूरक बजट में गैर योजना मदों के लिए 3950.88 करोड़ रूपए और योजना स्कीमों के लिए 904.35 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। वहीं, गैर योजना खर्चों में 3439 करोड़ के ऋण एवं ओवर ड्राफ्ट (वेज एंड मीन्स एडवांस) का प्रावधान सरकार ने किया है। सदन में इसे ध्वनिमत से पारित किया गया।
सीएम की गैर मौजूदगी में जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने इस संबंध में हिमाचल प्रदेश में विनियोग विधेय़क को पेश किया और चर्चा के बाद इसे पारित किया गया। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने अनुपूरक बजट को चर्चा के लिए सदन में रखने पर कहा कि सरकार अनुपूरक बजट का आकार लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का वित्त प्रबंधन चरमरा गया है और सरकार में फिजूलखर्ची बढ़ गई है। जलशक्ति मंत्री को इसका श्रेय भी सीएम को देना चाहिए।
अग्निहोत्री ने कहा कि अनुपूरक बजट का आकार बढ़ना सही बात नहीं है। खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं और गैर योजना मद में ओवर ड्राफ्ट का भी जिक्र है। यह स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने सरकार से कहा कि वित्त प्रबंधन को ठीक करें और राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए। चर्चा के बाद अनुपूरक बजट को पास कर दिया गया। इसके बाद इस संबंध में लाए गए विनियोग विधेयक को भी पास किया गया।