बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र को रद्द करने के फैसले को प्रदेशहित में बताया है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर की सरकार हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण को लेकर संवेदनशील है और धरातल पर कार्य कर रही है। समय-समय पर परिस्थितियों का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नीतियां बना रहे हैं जो धरातल पर सकारात्मक साबित हो रही है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के जरिए कोरोना से संक्रमित मरीजों से संपर्क किया जा रहा है। मरीजों से फोन के माध्यम से कुशल क्षेम सहित सुविधाओं संबंधित जानकारी ली जा रही है यह एक महत्वपूर्ण कार्य है।
सुरेश कश्यप ने कहा कि जयराम ठाकुर सरकार ने सभी उपायुक्तों को कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं के निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य संस्थाओं में शीघ्र प्रशिक्षण और ट्रेनिंग की सुविधा के लिए पर्याप्त पैरामेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्मित होने वाले सभी प्रीफैबरीकेटेड कोविड-19 का निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। जयराम ठाकुर की सरकार की एक ही चिंता है कि हिमाचल की जनता को इस महामारी से कैसे बचाया जाए।
उन्होनें कहा कि जयराम ठाकुर के आग्रह पर केंद्र सरकार ने प्रदेश को सात ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इन्हें स्थापित करने के लिए भूमि चयनित की जा रही है जिससे जाहिर होता है कि डबल इंजन की सरकार हिमाचल में कायम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कोरोना वायरस के नाम पर हमेशा नकारात्मक बयानबाजी करती आ है और यह पहली बार नहीं है कि ऐसा हो रहा है। कांग्रेस पार्टी का हिमाचल प्रदेश में एक मत नहीं है जब विधानसभा सत्र नहीं हो रहा होता है, तो करने की बात करते हैं और जब होता है तो क्यों हो रहा है, ऐसी बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मंत्री जिला स्तर पर कोविड-19 की परिस्थितियों पर नजर रखेंगे और आपने देखा ही है कि हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सेजल कल आईजीएमसी का दौरा कर कोविड-19 वार्ड के अंदर गए । वह ऐसे पहले स्वास्थ्य मंत्री होंगे जिन्होनें कोविड के मरीजों से रू-ब-रू बात की। इससे दिखता है कि हिमाचल की सरकार कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए तत्पर भी हैं और संक्रमितों के प्रति संवेदनशील भी है।