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मटौर-शिमला फोरलेन पर सस्पेंस, BJP नेताओं में नहीं कोई ताल-मेल

नवनीत बत्ता |

हिमाचल प्रदेश में बनने वाले मटौर शिमला फोरलेन को लेकर लगातार माथापच्ची जारी है। एक ओर बीजेपी की जयराम सरकार इस फोरलेन को न बनाने की सिफ़ारिश कर रही है तो वहीं सांसद और कुछ नेता फोरलेन का काम जल्द से जल्द करवाने पर बल दे रहे हैं। इसी कड़ी में कांगड़ा संसदीय से सांसद किशन कपूर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाक़ात की और इस फोरलेन की बात रखी।

जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पठानकोट-टक्की-मंडी और शिमला मटौर (NH) का फोरलेन काम मानकों के आधार पर यथावत होगा। पठानकोट-मंडी सड़क सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यानी आसान भाषा में कहे तो उन्होंने सांसद के कहने पर इसका काम करने चरणबद्ध तरीके से करने की बात कही है। ऐसे में सरकार और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के उन बयानों पर सवाल उठते हैं जिनमें उन्होंने इस फोरलेन के निर्माण को बंद करने की सिफारिशें की थीं।

आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने शिमला-मटौर फोरलेन निर्माण न करने की केंद्र सरकार से सिफारिश की थी। जिसके पीछे सरकार ने जमीनों की कीमतें अधिक होने का तर्क दिया था। और जो मौजूदा टू लेने धर्मशाला शिमला रोड़ है उसी की स्थिति को और अधिक बेहतर करने की बात कही थी।   

ग़ौरतलब है कि कांगड़ा-चंबा के लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने आज संसद में सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री को चंबा-कांगड़ा जिला के राष्ट्रीय राजमार्गों के विषय में जानकारी दी । सांसद ने कांगड़ा जिला में सैद्धान्तिक रूप से स्वीकृत एवं घोषित राष्ट्रीय राजमार्गों पर व्यवहारिक रूप से कार्य प्रारंभ करने का भी अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि घोषित राजमार्गों में द्रमण-सिहुंता-चुवाड़ी-जोत-कोटली-तीसा-किलाड़ और बैजनाथ-कंडापतन-धर्मपुर सड़क और ज्वालामुखी-देहरा-राजा का तालाब-जसूर और पालमपुर-धर्मशाला सड़क (बरास्ता नगरी) शामिल हैं । इन सड़कों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तो तैयार हो गयी है लेकिन आगे की कार्यवाही प्रतीक्षित है। प्रदेश के पिछड़े जिले चंबा को छूने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 154ए) जो चक्की से भरमौर तक जाता है के रख-रखाव की ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है और यहां काम की गति को गति देने की जरूरत है।