हिमाचल के बिलासपुर में पिछले तीन साल से एम्स खुलने की बातें की जा रही हैं। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह घोषणाएं भी कर चुके हैं। ऐसे में जेपी नड्डा के बयान ने इस बात पर संशय बना दिया है कि यह हिमाचल में कहां खुलेगा। नड्डा ने रविवार को बिलासपुर के झंडूता में दलित सम्मेलन में कहा था कि केंद्र ने हिमाचल के लिए एम्स स्वीकृत किया है। लेकिन, इसके लिए अभी स्थान तय नहीं हुआ है, यह तय होना अभी बाकी है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में एम्स खोलने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही नड्डा और बीजेपी नेता बिलासपुर में एम्स के खुलने का राग अलाप रहे थे। इसको लेकर बीजेपी नेताओं की ओर से बार-बार आरोप लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस सरकार पर आरोप एम्स के लिए जमीन मुहैया नहीं करवा पा रही है, जिसके कारण निर्माण में देरी हो रही है।
दूसरी ओर प्रदेश सरकार इसमें देरी के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहरा रही थी। कांग्रेस का कहना था कि एम्स के लिए हिमाचल सरकार ने बिलासपुर में जगह मुहैया करवाई थी। मुख्यमंत्री वीरभद्र का कहना था कि नड्डा जानबूझकर काम को लटका रहे हैं, ताकि शिलान्यास की पट्टिका में मेरा नाम न आ जाए।
पिछले दिनों नड्डा ने कहा था कि इस मामले में कुछ टेक्नीकल फॉर्मेलिटीज बाकी हैं, उसके बाद जल्द ही इसका निर्माण हो जाएगा। लेकिन, अब नड्डा का कहना है कि इसे खोलने के स्थान का चुनाव करने का फ़ैसला करना मंत्रिमंडल के अधिकार क्षेत्र में है। नड्डा का अपने बयान से पलट जाना कई सवाल खड़े कर रहा है कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि अब एम्स के स्थान चयन के लिए मंत्रिमंडल का हवाला दिया जा रहा है।
हैरानी: सितंबर में पीएम करेंगे शिलान्यास, पर जगह तय नहीं
गौरतलब है कि इसके शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में हिमाचल आ रहे हैं। लेकिन, हैरानी की बात ये है कि अभी तक यही तय नहीं है कि एम्स किस जिला में खुलेगा। बीजेपी के युवा सांसद अनुराग ठाकुर ने पीएम के सितंबर दौरे की घोषणा भी कर दी है, हालांकि अभी दौरे की तारीख तय नहीं है।