हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हर वक़्त नया मोड़ आ रहा है। ख़बर है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य का टिकट रुक गया है। उनके टिकट पर अभी भी अड़ंगा लगा हुआ है। इस बीच मामले में सिफारिश के लिए खुद वीरभद्र सिंह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने वाले हैं।
टिकट वितरण में इस बार कांग्रेस ने एक परिवार से एक टिकट का फॉर्मूला कड़ाई से लागू किया है। इसी फॉर्मूले के तहत विक्रमादित्य के टिकट पर संशय कायम है। हालांकि, सभी कमेटियों की बैठक में वरिष्ठ नेताओं के बेटे-बेटियों को टिकट देने पर ही मामला अड़ा रहा है। आज स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी इसी बात को लेकर सहमति नहीं बन पाई।
गौरतलब है कि भरमौर से भी कद्दावर नेता ठाकुर सिंह भरमौरी के बेटे का टिकट काट दिया गया। ठाकुर सिंह भरमौरी अपने बेटे अमित भरमौरी के लिए टिकट की पेशकश की थी। लेकिन, एक परिवार एक टिकट के आधार पर ही उन्हें टिकट नहीं दिया गया। यही नहीं जीत के आधार पर भी अमित पिछड़ते हुए दिखाई दिए, तो ठाकुर सिंह भरमौरी को ही टिकट दिया गया।
अब जब वीरभद्र सिंह ने शिमला ग्रामीण से अपने बेटे के टिकट का पहले ही ऐलान कर दिया है, ऐसे में यह स्थिति काफी गड़बड़ साबित हो रही है।