बीजेपी से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. उनके साथ धर्म सिंह सैनी ने भी सपा ज्वाइन किया. अखिलेश यादव की मौजूदगी में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई. इसके अलावा, बृजेश प्रजापति, भगवती प्रसाद सागर, मुकेश वर्मा, रोशन लाल वर्मा, विनय शाक्य, अपना दल के चौधरी अमर सिंह, युसुफ अली, नीरज मौर्य, हरपाल सैनी शामिल हुए.
साथ ही बलराम सैनी, राजेंद्र प्रताप सिंह पटेल, अयोध्या प्रसाद पाल, बंशी सिंह पहड़िया, अमर नाथ सिंह मौर्य, प्रदीप चौधरी पार्टी में शामिल हुए. लेकिन, समाजवादी पार्टी के इस कार्यक्रम में कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखी.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा का दामन थामने ही बीजेपी पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ऐसी सुनामी आएगी की बीजेपी के परखच्चे उड़ जाएंगे. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिनको हमारी बात सुनने का समय नहीं मिलता था हमारे इस्तीफ़े से उनकी नींद हराम हो गई है. बीजेपी के लोग आरोप लगा रहे हैं कि 5 साल क्यों नहीं गए. साथ ही बेटे के लिए पार्टी छोड़ने का आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पिछड़ों, दलितों और शोषितों की वजह से ये केशव मौर्य और स्वामी प्रसाद का नाम उछालकर सत्ता में आये. तब कहा गया कि सीएम या तो केशव होंगे या स्वामी प्रसाद लेकिन पिछड़ों की आंखों में धूल झोंककर गोरखपुर से लेकर सीएम बना दिया. 80 और 20 का नारा दे रहे हैं लेकिन अब लड़ाई 15 और 85 का होगा. 85 तो हमारा है, 15 में बंटवारा है.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा गठबंधन 400 सीटें भी जीत सकता है. जनता बीजेपी सफाया करने के लिए तैयार बैठी है. बीजेपी ठोको राज चला रही है. स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे ही हमारी पार्टी में आए उनके खिलाफ पता नहीं किस जमाने का वारंट निकाल दिया?
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं में फिजिकल ताकत ज्यादा है. किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसी पाबंदी लग जाएगी. हम लोग चुनाव आयोग की गाइडलाइंस का पालन करेंगे. ये चुनाव सेमी-फाइनल नहीं फाइनल है. किसी ने नहीं सोचा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य इतनी बड़ी संख्या लेकर हमारी तरफ आ जाएंगे. जिन्हें 11 तारीख को जाना था वो आज ही स्वामी प्रसाद मौर्य के डर से चले गए.