कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने बीजेपी सरकार और नेताओं पर इतिहास से छेड़छाड़ कर कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को बदनाम करने की साज़िश रचने के आरोप लगाए हैं। राठौर ने कहा कि बीजेपी इतिहास में दर्ज तथ्यों को बदलकर अपने तरीके से देश की जनता के सामने पेश कर देश में कांग्रेस नेताओं के विपरीत माहौल बनाने की कवायद में है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ नेहरू जैसे महान नेता को विलेन की तरह पेश करने की कोशिश कर रहा है जबकि साध्वी प्रज्ञा जैसे सांसद नाथूराम गोडसे की महीमा का गुणगान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं की पाकिस्तान जाने और वहां के नेतृत्व के साथ दोस्ती की लंबी फेरहिस्त है, जबकि कांग्रेस का कोई प्रधानमंत्री और नेता पाकिस्तान नहीं गया है। लेकिन अब बीजेपी कांग्रेस नेताओं को देश भक्ति की नसीहत दे रही है। राठौर ने तल्ख लहजे में बीजेपी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस को बदनाम करने से बाज आए और अगर ये सिलसिला यूं ही जारी रहा तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी। साथ ही राठौर ने बीजेपी नेताओं को इतिहास की ठीक से समझ और जानकारी लेने की नसीहत दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को खुली डिबेट की भी चुनौती दी है।
राठौर ने बीजेपी और संघ के बड़े नेताओं सावरकर और श्यमा प्रसाद मुखर्जी को अंग्रेजों का साथी बताया है। साथ ही उन्होंने इन नेताओं पर आजादी की लड़ाई में देश नहीं बल्कि देश के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ के लोग महिलाओं के हित की बातें जरूर करते हैं लेकिन सबसे ज्यादा महिला उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों में बीजेपी के नेताओं की संलिप्तता पाई गई है।
राठौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी विदेशों में जाकर देश की जनता के पैसों को दुरुपयोग कर अपने लिए टीआरपी और मीडिया मैनेजमेंट बनाने में लगे हुए हैं। जबकि देश में आर्थिक मंदी का दौर चरम पर है। देश में लाखों नौकरियां चली गई हैं और रुपया तेजी से जमीन में घुस रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में जनता से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है और जनता का ध्यान बंटाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है।