विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सलाह पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार किया और कहा कि हमें वीरभद्र सिंह सलाह न दें क्योंकि वीरभद्र सिंह की सरकार में भाजपा नेताओं को जंगलों में फेंका था। सारे मामले में विपक्ष को खेद व्यक्त कर राज्यपाल के समक्ष जाकर माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष को अपनी मानसिकता बदलने की आवश्यकता है। यदि नियमों में प्रावधान हो तो विधानसभा में लगे सीसीटीवी फुटेज को सदन में दिखाना चाहिए ताकि सभी के सामने वस्तुस्थिति आ सके। हमारा दिल बहुत बड़ा है। लेकिन पहले विपक्ष को राज्यपाल से माफ़ी मांगनी चाहिए। बजट सत्र में बिना विपक्ष के अच्छा तो नहीं लगेगा लेकिन विपक्ष के अन्य सदस्यों को सदन में आना चाहिए।