हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे शीर्षस्थ कांग्रेस नेताओं ने खुद को उत्तर प्रदेश में वोट कटवा पार्टी कहकर चुनाव परिणाम से पहले ही हार मान ली है। उनके इन बयानों से साफ जाहिर होता है कि देश भर में चल रही मोदी की सुनामी से किस कदर कांग्रेस भीतर तक डरी हुई है। इन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस हारी हुई लड़ाई लड़ रही है और हताशा में आकर सेना के शौर्य और मोदी जी के सशक्त व ईमानदार नेतृत्व पर उंगली उठा रही है। अनुराग ने कहा कि इस चुनावी जंग में पूरे देश में मोदी मोदी का नारा बच्चे बच्चे की जुबान पर गूंज रहा है और यह नारा जन आवाज बनने से कांग्रेस के होश फाख्ता हैं।
उन्होंने कहा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सुबह और शाम के भाषणों में इतना फर्क है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता खुद ही चकरा जा रहे हैं कि आखिर राहुल गांधी कहना क्या चाह रहे हैं। मोदी जैसे सशक्त नेतृत्व के आगे राहुल गांधी जैसा कन्फ्यूज्ड नेता किसी भी धरातल पर कहीं नहीं ठहरता और यही पीड़ा कांग्रेसियों को सता रही है। कांग्रेस की जनसभाओं से आम आदमी दूरी बनाए हुए हैं जिससे कांग्रेसी हताश, परेशान और निराश है। कांग्रेस पार्टी के लोकप्रियता का ग्राफ़ इतनी तेज़ी से गिरता जा रहा है कि ख़ुद इनका शीर्ष नेतृत्व मान चुका है कि कांग्रेस अब एक सीमांत(फ़्रिंज) पार्टी बनकर रह गई है। कांग्रेस ने इन चुनावों में बहुत पहले ही मान ली थी और अब देशभर में बेमन से हारी हुई लड़ाई लड़ रही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रियंका गांधी कहती हैं कि कांग्रेस पार्टी ने कुछ जगह ऐसे उम्मीदवार चुनाव के मैदान में उतारे हैं, जो बीजेपी का वोट काट सकें, न की चुनाव में जीत हासिल कर सकें। कांग्रेस पार्टी का मनोबल तो इतना टूट चुका है कि उसे यह भी भ्रम है कि वह महागठबंधन का हिस्सा है भी या नहीं। देश में अगली सरकार बनाने का दावा करने वाली पार्टी यदि खुद को वोटकटवा कहे तो उसकी मजबूरी और उसकी असलियत को समझा जा सकता है।