ठियोग-होटकोटी सड़क कोटखाई और खड़ा पत्थर के करीब पट्टी ढांक के भूस्खलन के बाद पिछले 10 दिनों से बन्द पड़ी है। जिससे रोहड़ू और जुब्बल आदि इलाकों से ठियोग और शिमला के लिए वाहनों की आवाजाही बंद है। इस सड़क पर पूरी पहाड़ी आने से सड़क पर यातायात जल्द बहाल होने की उम्मीद नहीं है। इस साल कोटखाई और खड़ा पत्थर के बीच यह सड़क कई बार बंद हो चुकी है।
ठियोग और हाटकोटी के बीच सड़क का अधिकतर कार्य हो चुका है और सड़क काफी अच्छी हालत में है लेकिन कोटखाई और खड़ा पत्थर के बीच कुछ सौ मीटर का हिस्सा काफी खराब हालत में है। सेब सीजन के दौरान सड़क की हालत के कारण बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अभी सड़क खोलने में ओर समय लग सकता है। इस सड़क को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। जुब्बल कोटखाई के पूर्व विधायक एवं सीपीएस रोहित ठाकुर ने कहा है कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने प्रयासों से इस सड़क का 92 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया था लेकिन वर्तमान सरकार का ठेकेदार से तालमेल ठीक होने की वजह से ये सड़क पिछले 10 दिनों से बन्द पड़ी है।
उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार अपने चहेते ठेकेदार को फायदा पहुंचा रही इसलिए वहां सड़क खोलने के लिए कम मशीनरी इस्तेमाल की जा रही है।
उधर भाजपा आईटी सेल के राज्य संयोजक चेतन बरागटा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बताया कि कांग्रेस के समय पर इस सड़क की अनसाइंटिफ़िक कटिंग हुई जिसकी वजह से पहाड़ी बार बार गिर रही है। कांग्रेस ने सी एंड सी कंपनी से आगे अपने चहेते ठेकेदारों को काम दिया। जिन्होंने बिना सोचे समझे कटिंग कर डाली गलत डंपिंग की परिणामस्वरूप सड़क की दशा बिगड़ी है।