हिमाचल चुनाव की गहमा गहमी के बीच पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन भरना शुरू कर दिया है। धर्मपुर से बीजेपी के उम्मीदवार सुरिंद्र ठाकुर ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन पर्चा दाखिल किया, तो वहीं नैना देवी से राम लाल ने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार नामांकन पत्र भरा है। हालांकि अभी तक कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की गई है। लेकिन फिर भी उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर रहे है।
सूत्रों की माने तो दोनों पार्टियों ने अपने -अपने प्रत्याशियों के नामों पर फाइनल मुहर लगा दी है। लेकिन बगावत के डर से इस सूची को जारी नहीं किया जा रहा। जिन उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए गए हैं उन्हें पार्टी खुद नोटिफिकेशन दे रही है , वो निर्वाचन कार्यालय में अपने नामांकन भर दें।
सूत्रों की मानें तो ये सब एक रणनीति के तहत ही हो रहा है। इस रणनीति को अपनाने के पीछे पार्टी में बगावत को रोकना माना जा रहा है। क्योंकि टिकट को लेकर ही कांग्रेस को कई बड़े झटके लग चुके हैं,जिसमें सबसे बड़ा झटका, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखराम का कांग्रेस को अलविदा कह अपने पूरे परिवार के साथ बीजेपी में शामिल होना है। माना जा रहा है कि अनिल शर्मा ने टिकट को लेकर ही कांग्रेस को छोड़ा और बीजेपी से मंडी की टिकट मिलने के आश्वासन पर ही बीजेपी में शामिल हुए।
दोनों पार्टियां अपने अपने कुनबों को एकजुट करने में लगी हुई हैं। उन्हें डर है कि अगर प्रत्याशियों की सूची सार्वजनिक कर दी गई तो पार्टी में विद्रोह भी हो सकता है। इस विद्रोह को रोकने के लिए दोनों पार्टियां यही रणनीति अपनाई हुई हैं और हर उम्मीदवार को व्यक्तिगत नोटिफिकेशन देकर उन्हें सूचना दी जा रही है कि, उनका नाम फाइनल हो चुका है।