हिमाचल में बीजेपी ने प्रत्याशीयों की घोषणा के बाद चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। शिमला में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, सामाजिक अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल सहित बीजेपी के सांसद रहे वीरेंद्र कश्यप ने सुरेश कश्यप के साथ प्रचार की कमान संभाल ली है। शिमला लोकसभा की 17 विधानसभा सीटों में से 8 बीजेपी और 8 ही कांग्रेस के पास है। जबकि एक सीट माकपा के खाते में है। पिछले दो कार्यकाल से बीजेपी की शिमला सीट पर वीरेन्द्र कश्यप काबिज हैं। इस मर्तबा बीजेपी ने सीट बदलकर एयरफोर्स से सेवानिवृत्त जवान और दूसरी बार पच्छाद से विधायक बने सुरेश कश्यप पर भरोसा जताया है।
बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा की बीजेपी नेतृत्व ने उनपर जो विश्वास जाहिर किया उसके लिए धन्यवाद करते हैं। आज मुकाबले मज़बूत पार्टी और मजबूर पार्टी के बीच है। वीरेन्द्र कश्यप ने पिछले 10 सालों में हिमाचल के हितों की आवाज़ उठाई। उसको आगे बढ़ाने का वह प्रयास करेंगे। हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावना है। इस क्षेत्र में काम किया जाएगा। केंद्र की 5 साल की उपलब्धियां और हिमाचल सरकार के विकास का एक साल जनता तक ले जाएंगे। शिमला की जनता मौका देगी तो वह विकास को आगे ले जाएंगे।
शिमला के दो बार सांसद रहे
वीरेन्द्र कश्यप ने बताया कि पिछले 10 साल तक बीजेपी ने उन्हें देश की सबसे बड़ी संसद में जाने का मौका दिया। जहां पर उन्होंने पहाड़ी राज्य हिमाचल की आवाज़ उठाई। गिरिपार ट्रांसगिरी क्षेत्र के हाटी समुदाय के लोगों को जनजातीय का दर्जा दिलवाने का भरपूर प्रयास किया जो अभी भी लटका पड़ा है। आरडीआई कि रिपोर्ट आने के बाद इसपर कुछ फैसला लिया जा सकेगा। एनएच केन्द्र से मिले, पर्यटन को बढ़ावा देने पर बल मिला, बागवानों किसानों के लिए काम किया। अब जो भी जिम्मेदारी पार्टी देगी उसका निर्वहन करेंगे।