तीन तलाक का बिल फिर से लटक गया है। मॉनसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में आम सहमति नहीं बनने के कारण तीन तलाक बिल टाल दिया गया। शुक्रवार को राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने कहा कि चूंकि बिल पर सदन एकमत नहीं है इसलिए इसे आज पेश नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही केंद्रीय कैबिनेट ने बिल में संशोधन को मंजूरी दी थी।
मॉनसून सत्र में इस बिल के पास नहीं होने के बाद इसे शीतकालीन में पेश किया जाएगा। हालांकि, सरकार के पास इस पर अध्यादेश लाने का भी विकल्प है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि राज्यसभा में तीन तलाक बिल पेश करने की कोशिश से बीजेपी के पास अब कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया है।
मॉनसून सत्र के आखिरी दिन भारी हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। दोपहर ढाई बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति ने बिल को पेश नहीं किए जाने की बात कही। संसद में मॉनसून सत्र का आखिरी दिन होने की वजह से सरकार के बिल पास करने की मंशा अधूरी रह गई।
सोनिया बोलीं: तीन तलाक पर रुख साफ, राफेल पर जेपीसी का हो गठन
तीन तलाक बिल पर राज्यसभा में हंगामे से पहले सोनिया गांधी ने कहा कि इस बिल के संबंध में कांग्रेस का रुख एक दम स्पष्ट है। इस दौरान कांग्रेस और कुछ विपक्षी दलों ने संसद परिसर में सोनिया गांधी के नेतृत्व में एक प्रदर्शन भी किया। इस दौरान राफेल डील में हुई कथित अनियमितता को लेकर केंद्र सरकार से जवाब मांगा और इस पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग भी की।
कांग्रेस सदस्यों ने लोकसभा में राफेल डील का मुद्दा जोर-शोर से उठाया और नारेबाजी की। इस मुद्दे पर जीरो आवर के दौरान कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।