उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत साबित कर दिया है। यह गठबंधन शिवसेना-राकांपा काग्रेंस ने मिलकर बनाया है। आज दोपहर दो बजे सदन की बैठक के बाद शक्ति परीक्षण किया गया जिसमें ठाकरे सरकार को 169 विधायकों का साथ मिला। सरकार को उम्मीद थी कि वह आसानी से विश्वास मत हासिल कर लेगी। विश्वास परीक्षण से पहले तीनों पार्टियों ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया था। इस बीच महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांता पाटील ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मंत्रालय का शपथ ग्रहण गैर कानूनी है क्योंकि यह निर्धारित प्रारुप के अनुसार नहीं हुआ। इस वजह से बीजेपी विधायकों ने सदन की कार्यवाही से वॉक-आउट किया।
एक महीने तक महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे पर आज पूरी तरह विराम लग गया। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को हुए चुनावों में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी थी। कांग्रेस ने क्रमश 56, 54 और 44 सीटें जीती थीं। राकापां के वारिष्ठ नेता दिलीप वलसे शुक्रवार को विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा जिसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इसके बाद विधानसभा में नेता विपक्ष के नाम की घोषणा होगी।