ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि प्रदेश सरकार शैक्षणिक व्यवस्था के साथ ही मजाक करने का प्रयास कर रही है। वीरवार को जारी एक बयान में रायजादा ने कहा कि अनेक स्कूलों में अध्यापकों के पद रिक्त हैं और बच्चों को पढ़ाई में दिक्कतें पेश आ रही हैं। वहीं 2 साल के बाद जयराम सरकार ने स्कूली बच्चों को वर्दियां दी, लेकिन यह वर्दियां बच्चों के लिए खुशी से ज्यादा दुख का कारण बन रही हैं, क्योंकि घटिया स्तर कपड़े का है, रंग उतर रहा है और अनेक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इतना हीं नहीं प्रदेश सरकार ने जो बैग दिए उसमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो की क्वालिटी का तो ध्यान रखा गया, लेकिन बैग की क्वालिटी का कोई ध्यान नहीं रखा गया, जिसके चलते यह बैग दम तोड़ रहे हैं।
रायजादा ने कहा कि करीब 70 करोड रुपए खर्च करने के बाद भी सरकार बच्चों को बेहतर वर्दियां व बैग नहीं दे पा रही है। हिमाचल में ही यदि सरकार प्रयास करती तो बेहतर गुणवत्ता के कपड़े के बैग लिए जा सकते थे, लेकिन ऐसा लगता है कि यह सब दबाव के चलते किसी फर्म विशेष से काम लिया गया है, जिस पर सरकार मेहरबान हुई है। रायजादा ने कहा कि अब कांग्रेस ने मामला उठाया तो शिक्षा मंत्री इस पर जवाब तलबी कर रहे हैं और इससे पहले कुछ किया नहीं। उन्होंने कहा कि अब तो विधानसभा में कांग्रेस पार्टी इस पर सरकार से जवाब मांगेगी कि आखिर बच्चों के साथ इस प्रकार का भद्दा मजाक कैसे किया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार माफिया को संरक्षण करने वाली सरकार बन कर रह गई है। इसके उदाहरण मिल रहे हैं एक तरफ सरकार जमीन बेचने का काम कर रही है, दूसरी और खनन माफिया प्रदेश की संपदा को लूटने का काम किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि खनन माफिया सरकार के कंधों पर बैठकर के नाच रहा है और सरकार मौन बैठी है। उन्होंने कहा कि काग्रेस पार्टी माफिया के विरुद्ध चुप नहीं बैठेगी, जनता के हित की आवाज को बुलंद कर उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में प्रदेश हित के मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाकर सरकार से जवाब लिया जाएगा।