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गठबंधन में दरार! मायावती के बाद अखिलेश ने भी कहा- अकेले लड़ेंगे विधानसभा उपचुनाव

समाचार फर्स्ट डेस्क |

लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार के बाद उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के भविष्य पर संकट के बादल छाए हुए हैं। इस क्रम में मंगलवार को गाजीपुर पहुंचे सपा प्रमुख ने अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो को साफ संकेत देते हुए कहा कि विधानसभा उपचुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि यूपी में वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) की ही सरकार होगी।

इससे पहले आज बसपा प्रमुख मायावती ने उत्‍तर प्रदेश में सपा के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान किया। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा उपचुनावों में सपा और रालोद के बगैर चुनाव मैदान में उतरेगी।

बसपा प्रमुख ने कहा, 'अगर भविष्‍य में हमें लगता है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव राजनीतिक मतभेदों को दूर करने में सफल रहे, तो हमलोग फिर से एक साथ काम करेंगे। लेकिन, अगर अखिलेश यादव इसमें सफल नहीं होते हैं, तो दोनों (सपा और बसपा) का अलग होकर काम करना ही हमारे लिए बेहतर होगा।

आमतौर पर उपचुनाव नहीं लड़ती बसपा

जानकारों की मानें तो बसपा द्वारा उपचुनाव लड़ने का फैसला चौंकाने वाला है, क्योंकि बसपा के इतिहास को देखें तो पार्टी उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारती है। वर्ष 2018 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारे थे और सपा को समर्थन दिया था। इसी आधार पर लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन बना, लेकिन परिणाम मनमाफिक नहीं आए। अब अगर मायावती अकेले उपचुनाव में उतरने का फैसला करती हैं तो गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाना लाजमी है।

यूपी की इन सीटों पर होना है उपचुनाव

हाल ही में कई विधायकों ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद राज्य में कई सीटें खाली हुई हैं। अब कुछ ही समय के बाद राज्य की कुल 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। जिन सीटों पर उपचुनाव होना है उसमें गोविंदनगर, लखनऊ कैंट, जैदपुर, मानिकपुर और जलालपुर जैसी सीटें शामिल हैं। बसपा कम ही उपचुनाव लड़ती है, लेकिन इस बार उसने भी कह दिया है कि वह अकेले ही किस्मत आजमाएगी।