एक और जहां प्रदेश में लोकसभा चुनावों के सियासी जंग की घमासान मची हुई है। तो वहीं दूसरी और कुछ सियासतदान दूसरे सियासी शख्स को अपने शब्दवाणों से भेदने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। ताजा मामला मेजर विजय सिंह मनकोटिया का है। एक बार फिर मनकोटिया की रडार पर पूर्व मुख्यंत्री वीरभद्र सिंह ही रहे। धर्मशाला में पत्रकारों के समक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने वीरभद्र सिंह और बीजेपी के बीच पर्दे के पीछे सांठगांठ होने का आरोप लगाया है।
मनकोटिया ने वीरभद्र सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई बड़ा नेता अपनी ही पार्टी के नेताओं को सरेआम मंच से भला-बुरा कहने लग जाए। आखिर कोई स्टार प्रचारक कैसे अपने प्रत्याशी का नाम मंच से भूल जाए। लेकिन इन दिनों वीरभद्र सिंह ये सबकुछ कर रहे हैं और इसके पीछे उनका एक ही मकसद है कि बीजेपी को लाभ पहुंचा जाए ताकि उन्हें तिहाड़ जेल की हवा न खानी पड़े।