पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक पल भी PCC अध्यक्ष पद पर सुखविंदर सिंह सुक्खू को बर्दाश्त करना नहीं चाहते। यही वजह है कि काफी अर्से से सुक्खू के खिलाफ उनकी कसरत जारी है। ताज़ा मामला उनकी हाईकमान को लिखी नयी चिट्ठी का है। इस चिट्ठी में उन्होंने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू को ख़तरा बताया है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक वीरभद्र सिंह ने एक लंबा पत्र पार्टी हाईकमान को लिखा है। जिसका मजमून यही है कि सुक्खू हटाओ, पार्टी बचाओ। पत्र में उन्होंने 2019 के मद्देनज़र अपने शीर्ष नेतृत्व को आगाह किया है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के रहते पार्टी की दशा और दिशा सही नहीं रह सकती।
वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू की आपसी खींचातानी कोई नयी बात नहीं है। विधानसभा चुनाव के दौरान भी इन नेताओं की रस्सा-कस्सी मीडिया की सुर्खियां बनती रहीं। हालांकि, वीरभद्र सिंह की तमाम कोशिशों के बावजूद सुक्खू के पोजिशन में रत्ती भर फर्क नहीं पड़ा। ऐसे में लगता है कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सुक्खू को पीसीसी अध्यक्ष पद से हटाने की ज़िद को सम्मान से जोड़ लिया है। यही वजह है कि आए दिन कोई ना कोई मोर्चा वह खोल दे रहे हैं।
अभी पिछले ही दिनों समाचार फर्स्ट से बातचीत में सुक्खू ने वीरभद्र सिंह के तल्ख बयानों को लेकर अपनी राय रखी थी। उन्होंने पार्टी में बदलते वक़्त में नए चेहरों को तरज़ीह देने की बात कही। सुक्खू का कहना था कि पार्टी हाईकमान ने उनके अनुभव को देखते हुए हिमाचल में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।
अब देखने वाली यह बात है कि वीरभद्र सिंह जिस तरह लगातार चोटें मार रहे हैं, उससे क्या कांग्रेस आलाकमान प्रभावित होता है या उल्टा उन्हें ही कोई सख़्त संदेश देता है।