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क्या होगा एक सप्ताह बाद, सरकार बदलेगी या होगा मिशन रिपीट?

पीं. चंद |

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनावी परिणाम सोमवार यानी आज के दिन आने वाले हैं। 68 विधानसभा में 337 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। जिनका भाग्य EVM में एक महिने से बंद है। जो कि सोमवार 18 दिसंबर को खुलेगा। हिमाचल में पिछले तीन दशकों से निरंतर सत्ता बदलती रही है। कभी एक पार्टी तो कभी दूसरी पार्टी सरकार बनाती रही है। बदलाव की ये बयार क्या इस मर्तबा भी कायम रहेगी या फिर हिमाचल नया राजनीतिक समीकरण पैदा करेगा।

इससे पहले के चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियां भी हिमाचल में चुनाव लड़ती रही हैं। फिर चाहे बात हिमाचल विकास कांग्रेस या फिर अन्य पार्टियां भले ही ये पार्टियां कुछ ज्यादा न कर पाए हो लेकिन राजीनीतिक समीकरण बिगाड़ने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मर्तबा सीपीआईएम को छोड़ दिया जाए तो हिमाचल में किसी अन्य पार्टी ने चुनाव लड़ने की हिम्मत नही दिखाई। लेकिन प्रदेश में कुछ निर्दलीय बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों पर भारी पड़ते नज़र आ रहे है।

पिछली मर्तबा भी हिमाचल विधानसभा में 6 अन्य चुनाव जीतकर पहुंचे थे। इसलिए हिमाचल की राजनीति में कुछ कहा नहीं जा सकता है की जनता उसका मूढ़ क्या है। इस बार तो वैसे भी जनता बिल्कुल खामोश है। राजनीतिक गलियारों में तो ये भी चर्चा है कि बड़े बड़े धुरंधरों की विकेट इस बार उखड़ रही है। ऐसे में सबको 18 दिसम्बर का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार है।