प्रदेश में उपचुनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है लेकिन इस समय आजाद प्रत्याशियों और भाजपा में असली-नकली भाजपाई होने की जंग छिड़ गई है। फतेहपुर और जुब्बल कोटखाई से भाजपा से बागी हुए नेता चुनाव मैदान में डटे हैं। जो खुद को असली भाजपाई बता रहे हैं जबकि सत्ताधारी सरकार के प्रत्याशियों को नकली। हैरानी की बात तो ये है कि भाजपा के ही कई कार्यकर्ता इन आजाद प्रत्याशियों के साथ चल रहे हैं। जो आजाद प्रत्याशियों की जनसभाओं में खुद को असली भाजपाई बता रहे हैं।
बात जुब्बल कोटखाई की करें तो यहां भाजपा से बागी हुए चेतन बरागटा चुनाव मैदान में हैं। कुछ दिन पहले ही चेतन की जनसभा में आए कार्यकर्ता खुद को असली भाजपाई बता रहे थे जबकि यहां भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ रही भाजपा प्रत्याशी नीलम सरैइक को नकली भाजपाई बताया गया। हालांकि पार्टी के ही कई पदाधिकारी खुलकर चेतन के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। दूसरी तरफ भाजपा रोजाना अपने पदाधिकारियों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा रही है।
इसी तरह अब फतेहपुर से पूर्व सांसद रहे राजन सुशांत जो कि आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं उन्होंने भी खुद को असली भाजपाई बताया जबकि भाजपा प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को नकली। राजन सुशांत ने तो ये तक कह दिया कि बलदेव ठाकुर ने 2017 में आजाद चुनाव लड़कर मां समान भाजपा पार्टी के उपर कालिख पोती थी।
इसी कड़ी में फतेहपुर पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने बलदेव ठाकुर का बचाव करते हुए कहा कि वे 2019 के चुनावों में भाजपा के साथ थे और तब लोकसभा चुनावों में भाजपा को फतेहपुर से 36 हजार वोटों की लीड मिली थी।
वहीं, राजन सुशांत द्वारा खुद को असली भाजपाई के बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है और जेपी नड्डा इसके अध्यक्ष। अगर कोई इस बारे में बयान देता है तो उसे अपने अस्तित्व के बारे में पता होना चाहिए। आज वे कहां खड़े हैं। उन्होंने कहा कि फतेहपुर से भाजपा ने बलदेव ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। बहुत से लोग यहां भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ने की इच्छा रख रहे थे लेकिन आज वे सब साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस चुनाव में भी भाजपा की जीत निश्चित है।