धर्मशाला के तपोवन में 6 दिन तक चला हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र खट्टे-मीठे अनुभवों के साथ संपन्न हो गया। इन छह दिनों की बैठकों में विपक्ष ने तीन बार सदन से वॉकआउट किया। एक बार तीख़ी नोंक-झोंक के चलते सदन की कार्यवाही को 25 मिनट तक स्थगित करना पड़ा। विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिन्दल ने बताया कि पांच महत्वपूर्ण बिल इस दौरान पारित किए गए। जिनमें नशे, शिक्षा और गो- संवर्धन के बिल पर चर्चा भी हुई।
इस बार 17 मामलों पर विस्तार से चर्चा हुई। जिसमें तारांकित 304 के सवाल जबाब हुए जबकि 92 अतारांकित सवाल आए। नियम 62 के ध्यानाकर्षण में 5 प्रस्ताव पर चर्चा हुई । नियम 63 के तहत 1 मामला सदन में लगा। नियम 130 के तहत 6 विषयों पर चर्चा हुई। जबकि 324 के 9 विषय सदन में उठाए गए।
विधानसभा की हर साल 35 बैठकें तीनों सत्र में होना जरूरी है। लेकिन इस साल 34 बैठकें हुई है यानी कि एक बैठक कम हुई है जिसको निलंबित कर दिया गया। नेता पक्ष जयराम ठाकुर और नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के धन्यवाद प्रस्ताव के बाद राष्ट्रगान के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी।