सोमवार से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए तपोवन पूरी तरह से तैयार है। विपक्ष सत्तारूढ़ प्रदेश की जयराम सरकार को घेरने की तैयारी में है और पक्ष-विपक्ष के हमलों का जवाब देने को तैयार। विपक्ष ऐसे कई मुद्दे उठाएगा जिससे तपोवन तपने की उम्मीद है।
धर्मशाला स्थित तपोवन में सुरक्षा के इंतजामात पूरे कर लिए गए हैं। खुद विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र शुरू होने से पहले एक बार विधानसभा भवन का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया था। सत्र के हंगामेदार होने की पूरी उम्मीद है।
शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले आज यानि रविवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष धर्मशाला में रणनीति बनाएंगे। बीजेपी व कांग्रेस विधायक दल की बैठक में चर्चा करेंगे। इस बार कई ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें लेकर विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरेगा। सत्र में सड़क, बिजली, पानी, प्रदेश में कानून-व्यवस्था, सरकारी संस्थानों में रिक्त पदों जैसे कई मसलों पर सदन गर्माएगा।
इसके अलावा भी भ्रष्टाचार, महंगाई और स्कूलों में वितरित होने वाली वर्दियों के मामले आदि मुद्दों पर तपोवन के तपने की उम्मीद है। सदन में गायों के नाम बदलने का मुद्दा भी अहम रहने वाला है। भाजपा सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस इस मामले को उठाएगी। सरकार पहाड़ी गाय का नाम गौरी और बर्फीले क्षेत्र की गाय का नाम चुरु से बदलकर हिमचुरु कर रही है।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने सरकार को घेरने की तैयारी की है। वह शीतकालीन सत्र के दौरान इससे संबंधित प्रश्न पूछेंगे। वहीं, इस दौरान विपक्ष सरकार को विकास के नाम पर लोगों से किए गए वादे पूरा न करने को लेकर भी घेरेगा।
बिलासपुर में एनटीपीसी कोलडैम से प्रभावित एवं विस्थापितों का मुद्दा हो या फिर बिलासपुर में सहूलियतों की और गोबिंदसागर जलाशय में हर साल कम हो रहे मत्स्य उत्पादन की। कांग्रेस इन मुद्दों पर भी जयराम सरकार को घेरने वाली है।