कोविड केयर सेंटर में महिला के आत्महत्या मामले में पूर्व मंत्री ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। जीएस बाली ने कहा कि राज्य की राजधानी शिमला में डीडीयू अस्पताल महामारी के वक़्त सुसाइड होना सबसे खराब बात है। यह प्रदेश में सरकारी अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर की दयनीय स्थिति को पूरी तरह से उजागर करता है। लेकिन सरकार को इससे कोइ फर्क नहीं पड़ता और वह केवल आत्म प्रशंसा में व्यस्त हैं।
कोरोना के मामले दिन ब दिन बढ़ रहे हैं। यहां तक कि सरकारी व्यवस्था में जिम्मेदार पद रखने वाले लोग भी कानून को तोड़ रहे हैं। ये गैर जिम्मेदाराना कार्य कर रहे हैं और जनता के बीच महामारी के भ्रम की संभावना पैदा कर रहे हैं । हाईकोर्ट ने अब आत्महत्या मामले में संज्ञान लिया है लेकिन सरकार की ओर से कोई कार्रवाई इसमें नहीं होने वाली। सरकार अपने कामों में व्यस्त है औऱ प्रदेश की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।