चुनाव जीतने के लिए हर पार्टी ,हर दांव खेलने के लिए तैयार है। रूठों को मनाने का और घर वापसी का दौर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस को अब वो नेता ज्यादा याद आने लगे हैं ,जो कुछ वर्षों से किसी कारण पार्टी छोड़ बगावती तेवर अख्तियार किए हुए थे।
कांग्रेस को मिशन रिपीट के लिए अब इन्हीं नेताओं का सहारा नजर आ रहा है। कांग्रेस ने देहरा से योगराज को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया है। घर वापसी का योगराज को ईनाम भी मिला है, कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है । पांच सालों के बाद योगराज की कांग्रेस में वापसी हुई है । दरअसल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने चहेते विप्लव ठाकुर को चुनाव में उतारा है ,ऐसे में विप्लव ठाकुर की जीत को सुनिश्तित करने के लिए योगराज की घर वापसी हुई है।
उधर, पार्टी ने बागियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का मन बना लिया है ,जिसके तहत ज्वालामुखी के चार कांग्रेसियों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित करते हुए , प्रदेश कांग्रेस से उनके निष्कासन की सिफारिश की है। निलंबित होने वालों में ज्वालामुखी से निदर्लीय चुनाव लड़ रहे बरजिंदर कुमार व प्रताप सिंह राणा शामिल हैं। यह दोनों पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे हैं। वहीं पार्टी ने हरीश कपूर व नरेश कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई की है इन पर आरोप है कि इन्होंने पार्टी में रह कर बागी नेताओं का साथ दिया और पार्टी को कमजोर करने के लिए कई षडयंत्र रचे