यहां रातोंरात धारा 144 लागू कर दी और धक्का-मुक्की के बीच सांसद का घेराव नाकाम हो गया। ‘जवाब दो सांसद, हिसाब दो सांसद’ अभियान के तहत वीरवार को सैकड़ों युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समीरपुर स्थित सांसद अनुराग ठाकुर के आवास को घेरने का प्रयास किया, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। कार्यकर्ताओं को सांसद के आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने रातोंरात बिना सूचना धारा 144 लागू कर दी थी।
इसे लेकर पुलिस और युकां कार्यकर्ताओं में खूब धक्का-मुक्की हुई। तनावपूर्ण माहौल में आधा दर्जन पुलिस कर्मी घायल हुए। शांति भंग करने पर पुलिस ने युकां के 21 पदाधिकारियों समेत कार्यकर्ताओं पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
युकां कार्यकर्ता सुबह गांधी चौक हमीरपुर में एकत्रित हुए और सांसद के आवास को घेरने के लिए कूच किया। पुलिस ने युवा कांग्रेसियों को रोकने के लिए धारा 144 के अलावा तीन जगह नाके लगा रखे थे। कार्यकर्ताओं ने पहले गांव कोलू सिद्ध में नाका तोड़ा।
इसके बाद गांव झनिक्कर में दूसरा नाका तोड़ करीब 200 मीटर आगे तक पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी को घेर लिया, जिसके बाद उन्हें बसों में डालकर पुलिस चौकी टौणीदेवी ले आए।
जिला पुलिस ने सांसद के आवास के पांच किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगा रखी थी, जिस कारण युकां कार्यकर्ता सांसद के घर तक नहीं पहुंच पाए।
सांसद अनुराग ठाकुर और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल वीरवार को अपने आवास पर उपस्थित नहीं थे। सांसद नादौन विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यक्रम और पूर्व सीएम धूमल बड़सर विस क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे।
धारा 144 के बीच क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम हमीरपुर शिल्पी बेक्टा, नायब तहसीलदार, एएसपी बलवीर सिंह और एसएचओ संजीव गौतम ने खुद मोर्चा संभाला। इसके अलावा लाठियों और हथियारों से लैस पुलिस कर्मी तैनात रहे।