मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में घृतमंडल के लिए 30 क्विंटल घी को मक्खन में तबदील कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार घृतमंडल के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मकर संक्रांति पर मक्खन से मां की पिंडी का श्रृंगार किया जाएगा।
पुजारी निशांत के मुताबिक सोमवार शाम 6 बजे के करीब घृतमंडल तैयार करने की प्रक्रिय़ा को शुरू किया जाएगा। इसी के साथ-साथ मकर संक्रांति पर मक्खन का लेप मां की पिंडी को लगाया जाएगा और रात को भगवती जागरण भी होगा।
दरअसल मान्यता यह है कि जालंधर दैत्य को मारते समय मां के शरीर पर कई चोटें आई थीं और देवताओं ने मां के शरीर पर घृत का लेप किया था। उसी परंपरा के अनुसार सदियों से माता की पिंडी पर घृत का लेप लगाने की परंपरा है। बताते हैं कि देसी घी को 101 बार ठंडे पानी में धोकर इसका मक्खन बनाया जाता है। मां की पिंडी पर लगाया जाने वाला मक्खन श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। माना यह भी जाता है कि यह मक्खन रूपी प्रसाद चर्म रोगों के उपचार के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।