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ऐतिहासिक गौरीशंकर मंदिर: यहां भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं महादेव और मां गौरी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

सुजानपुर टीहरा महाराजा संसार चंद के राज्य की राजधानी रही है जहां एक पहाड़ी पर गौरीशंकर का प्राचीन मंदिर है । सुजानपुर टिहरा हमीरपुर से 24 किलोमीटर की दूरी पर हमीरपुर पालमपुर मार्ग पर बसा हुआ है। इस मंदिर की समस्त दीवारें चित्रकारी से भरी पड़ी है । यह मंदिर राजा संसार चंद ने 1804 ई0 में बनवाया था । मंदिर में चित्रकला के अभूतपूर्व नमूने है जिसे हम दुसरे शब्दों में रोमांटिक कह सकते है । एक चित्र में नवविवाहित जोड़े को दिखाया गया है । जिसमें शिव की प्रतिमा स्वयं संसार चंद की और पार्वती की उनकी रानी प्रसन्ना देवी की दर्शायी गई है ।

कुछ विद्वानों का यह भी मत है कि राजा संसार चंद ने इसे अपने निजी प्रयोग हेतु बनवाया था क्योंकि मंदिर यहां के दुर्ग के भीतर है । यहां पहली बार पहाड़ी चित्रकला में पहाड़ों को चित्रित किया गया है और जब बाहर से मंदिर के पीछे का दृश्य देखे तो वही पहाड़ वहां भी दिखाई देते है । कुछ विद्वान इसे 1793 ई0 का मानते है। शिखर शैली में निर्मित इस में चांदी की शिव पार्वती की सुन्दर मूर्ति है ।

मंदिर का दौरा करने का सबसे अच्छा समय शिवरात्रि के त्यौहार के दौरान होता है जब यह शानदार ढंग से सजाया जाता है और भक्ति गतिविधियों से भरा होता है। कोई विशेष रूप से सोमवार को मंदिर में जा सकता है, जो भगवान शिव का दिन है। मंदिर पूरे वर्ष खुला रहता है और सभी जातियों और पंथ के आगंतुकों का स्वागत करता है।