हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) पर बारिश के देवता भगवान इंद्रुनाग की पूरी तरह से मेहर रही। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में करीब चार वर्ष बाद कोई मैच बारिश के खलल के बिना सफल हुआ। प्रदेशभर में जहां दिनभर बारिश और बर्फबारी होती रही, वहीं धर्मशाला में मैच के दौरान मौसम पूरी तरह से साफ रहा। हालांकि, इस दौरान मौसम पल-पल करवट बदलता रहा और कभी बादल तो कभी धूप खिली रही।
इस मैच को सफल बनाने के लिए एक बड़ी मान्यता है जिसका वास्ता धर्मशाला के इंद्रूनाग मंदिर से है। इंद्रूनाग को बारिश का देवता माना जाता है। 12 फ़रवरी को HPCA की तरफ़ से धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें हवन , कन्या पूजन और भण्डारा भी किया गया। विशेष पूजा अर्चना हुई। गुरों के ज़रिए देवता इंद्रुनाग ने जो भविष्यवाणी की वह सत्य हुई।
देवता की वाणी थी “ रहूँगा उधर ही , होऊँगा वहीं , आऊँगा ज़रूर पर आयोजन में विघ्न नहीं होगा। हुआ भी यही 26 और 27 फ़रवरी को मैच से पहले बारिश का अनुमान था। 26 को तो येलो अलर्ट जारी हुआ था और उसी दिन सुबह बारिश भी थी, लगा आयोजन नहीं होगा लेकिन जैसे देवता की भविष्यवाणी थी।
बारिश थमी, धूप निकली , रहूँगा उधर ही की बात पूरी की, शाम को खूब बादल उमड़े लगा कि मुश्किल हो जाएगी लेकिन आयोजन सफल रहा। हर जगह बारिश हुई लेकिन देवता इंद्रुनाग की कृपा से स्टेडियम और धर्मशाला में बारिश नहीं हुई। दोनों दिन बादल उमड़े यानी भविष्यवाणी के मुताबिक़ ‘रहूँगा वहीं’ भविष्यवाणी सत्य हुई।