जिला कांगड़ा के शक्तिपीठों में मकर संक्राति के उपलक्ष्य में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करने और प्राचीन परंपरा को सहेजने के उदेश्य से पहली बार अनूठा प्रयोग किया गया है। ज्वालाजी मंदिर में इस बार फूलों से सुस्सजित कलाकृतियां बनाई गई हैं। खास बात है यह है कि रात में इनमें लाईटिंग की व्यवस्था भी की गई है ताकि मंदिर में मंकर सक्रांति को आने वाले श्रद्धालु रात को भी इन सुंदर गणेश भगवान के छवि में बने सेल्फी प्वाईंट का दीदार कर सकें।
बाकाएदा ज्वालामुखी मंदिर में तैनात वरिष्ठ कनिष्ठ अभिंयता जितेन्द्र शर्मा को इस नए शुरुआत को सफल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। जिलाधीश कांगड़ा संदीप कुमार द्वारा भेजे गए कारीगरों से ज्वालामुखी मंदिर में सुदंर फूलों से आकर्षित करती हुए गणेश भगवान की प्रतिमा को सजाया गया है। ज्वालाजी मंदिर परिसर के प्रांगण में यह सेल्फी प्वाईंट बनाए गए हैं जो कि बेहद आकर्षक हैं।
जानकारी के मुताबिक डीसी कांगड़ा संदीप कुमार ने अथक प्रयासों की बदौलत ही यह नया प्रयास सफल हो पाया है। मंदिर न्यास में पहली बार इस तरह का अनूठा प्रयोग किया गया है। जिससे श्रद्धालु भी आकर्षित हो रहे हैं और खूब तस्वीरें भी अपने कैमरों में कैद कर अपनी यात्रा को यादगार बना रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से नई परंपरा शुरु की गई है और शक्तिपीठों में विशेष आयोजनों पर अलग-अलग तरह से श्रद्धालुओं को अपनी प्राचीन परंपराओं से अवगत करवाने का बेहद कारगर प्रयोग माना जा रहा है।
मंदिर ट्रस्ट प्रधान कृष्ण स्वरुप, पुजारी महासभा प्रधान प्रशांत शर्मा को संयुक्त रुप से कहना है कि जिला प्रशासन ने धार्मिक आयोजनों पर इस तरह का प्रयोग पहली बार किया है। यह अपने आप में अनूठा है मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भी आकर्षित कर रहा है और यह भी प्रतीत हो रहा है कि कोई धार्मिक आयोजन किया गया है। जिलाधीश कांगड़ा संदीप कुमार इस नए प्रयोग के लिए बधाई के पात्र हैं।
सहायक मंदिर आयुक्त राकेश शर्मा ने इस सदर्भ में बताया कि मकर संक्राति के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन की ओर से कारीगर भेजे गए थे ज्वालाजी मंदिर में फूलों से सजे गणेश बनाए गए हैं। जो भी श्रद्धालु मां ज्वाला के दर्शनों को पंहुचेंगे वह इन नई कलाकृतियों को भी देख पाऐगें।