रक्षाबंधन एक बहुप्रतीक्षित त्योहार है, जिसका इंतजार केवल भाई-बहन ही नहीं बल्कि परिवार के सभी सदस्य करते हैं। सावन शुक्ला पूर्णिमा सोमवार को साल का पहला खंडग्रास चंद्रग्रहण पड़ेगा। सोमवार होने के कारण शास्त्रों में इसे चूड़ामणि चंद्रग्रहण कहा गया है। इसका सूतक सोमवार दोपहर 1.55 से लग जाएगा। इससे पहले ही राखी बांधने का सही समय है।
शुक्ल पूर्णिमा पर आने वाले इस त्योहार पर इस बार भद्रा और चंद्र ग्रहण रहेगा। यह ग्रहण श्रवण नक्षत्र एवं मकर राशि में हो रहा है। रक्षाबंधन पर सूर्योदय से सुबह 11.05 बजे तक भद्रा रहेगी। ग्रहण का आरंभ सोमवार रात को 10.53 मिनट पर होगा, जिसके 9 घंटे पहले सूतक लग जाएगा।
यानी दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर सूतक लग जाएगा। ग्रहण 10.53 से आधी 12 बजकर 48 तक रहेगा। ग्रहण का कुल समय 1 घंटे 55 मिनट रहेगा। राखी बांधने का समय 11.05 बजे से लेकर 1.53 मिनट रहेगा, सूतक काल में रखी नहीं बांधी जा सकेगी।
जानिए रक्षा बंधन का सही मुहूर्त :
इस बार बहनों को भद्रा काल की समाप्ति और चंद्रग्रहण के सूतक लगने से पहले ही अपने भाईयों को राखी बांध देनी चाहिए। इसके लिए सुबह 11:04 बजे के बाद से लेकर दोपहर 1:50 के बीच का समय शुभ होगा। राखी बांधने का यह समय लगभग ढाई घंटे का है, जो अन्य वर्षों की अपेक्षा कम अवधि की है। लेकिन राखी बांधने के लिए यह समय पर्याप्त है। बता दें, खान-पान और मनोरंजन के कार्यक्रमों का भद्रा काल और चंद्रग्रहण के सूतक की अवधि से कोई लेना-देना नहीं है।