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नाहन में नवरात्रों में की जाती है सांझी माता की पूजा, गोबर-मिटटी से दीवार पर बनाई जाती है सांझी

पी. चंद, शिमला |

नवरात्रों में पूरे देश में माता दुर्गा के अनेक रूपों की पूजा अराधना की जाती है और माता शक्ति रूपों को नमन किया जाता है। वंही सिरमौर जिला के मैदानी क्षेत्रों में मिटटी और गोबर से बनी सांझी माता की पूजा पूरे नवरात्र की जाती है और फिर इनका विसर्जन किया जाता है।

नाहन में रहने वाली सुनीता गुप्ता हर साल शारदीय नवरात्रों में मिटटी और गोबर से सांझी माता की मूर्ति अपने घर की दीवार पर बनाती हैं और प्रतिदिन पूजन एवं भजन कीर्तन करती है। ऐसा माना जाता है कि मां सांझी की नवरात्रों में पूजन से घर में धन धान्य आता है और सभी सुखी रहते हैं। आधुनिकता के इस दौर में लोग इस प्राचीन परम्परा को भूलते जा रहे हैं और बाजार से केलेंडर लेकर पूजा करते हैं लेकिन सुनीता गुप्ता आज भी प्राचीन परम्परा की निभा रही हैं ,दूर-दूर से लोग इनकी बनी सांझी को देखने आते हैं और यहां शीश भी नवाते हैं।

अलीशा गुप्ता ने बताया कि उनके घर हर साल सांझी बनाई जाती है और पूजन किया जाता है। शहर से बहुत लोग यहां सांझी देखने व पूजन करने भी आते हैं। सांझी बनाना काफी कठिन कार्य होता है और इसमें कलाकारी चाहिए होती है परन्तु वो इस परम्परा के लिए इतनी मेहनत करते हैं।

उलेखनीय हैकि जिला के मैदानी क्षेत्रो में सांझी पूजन एक महत्वपूर्ण माना जाता है और नाहन में गुप्ता परिवार आज भी इस परम्परा को जीवित रखे हुए है।