हमीरपुर डिग्री कॉलेज ग्राउंड में हीरो नॉर्थ जोन सब जूनियर फुटबॉल चैंपियनशिप के दो रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। मंगलवार सुबह 11:00 बजे पहला मुकाबला मेजबान हिमाचल प्रदेश (नीली जर्सी) और चंडीगढ़ (सफेद जर्सी) के बीच खेला गया। दूसरा मैच हरियाणा (स्काई ब्लू) और उत्तर प्रदेश (नेवी ब्लू) के बीच खेला गया।
पहले हॉफ तक मेजबान हिमाचल प्रदेश ने 2-1 से चंडीगढ़ में बढ़त बनाकर रखी। मैच के दूसरे हॉफ में मेजबान हिमाचल प्रदेश की टीम कोई गोल नहीं कर पाई, जबकि चंडीगढ़ की ओर दो गोल किए गए। अंत में मेजबान हिमाचल प्रदेश ने चंडीगढ़ को 4-3 से पराजित किया। हिमाचल प्रदेश की ओर से अक्षित राणा ने मैच के 11वें तथा 40वें मिनट में दो गोल किए। जबकि अरुवांश चौहान ने मैच के 56वें मिनट में और कप्तान अक्षय ने मैच के 74वें मिनट में एक-एक गोल किए। मैच के दूसरे हॉफ में हिमाचल प्रदेश के कप्तान अक्षय को येलो कार्ड भी झेलना पड़ा।
चंडीगढ़ की ओर से गुरतेजवीर सिंह ने मैच के 42वें तथा 48वें मिनट में लगातार दो गोल किए। जबकि तीसरा गोल टीम के अतरिक्त खिलाड़ी आयुष चौधरी ने मैच के 90वें मिनट में किया। बाद दोपहर चैंपियनशिप का दूसरा मैच हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया। मैच का पहला हॉफ गोल रहित देखने को मिला।
हालांकि इस दौरान दोनों टीमों ने आक्रामक शैली खेल अपनाया, बावजूद इसके दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ गोल करने में असमर्थ रहे। दूसरे हॉफ में बदली रणनीति के साथ खेली हरियाणा की टीम ने यूपी पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ अटैक किए। जिसके चलते चंडीगढ़ के मिड फील्ड खिलाड़ी ने मैच के 53वें मिनट में टीम के लिए पहला गोल किया।
इसके बाद मनीष सिंह विष्ट ने मैच के 82वें मिनट में टीम के लिए निर्याणक दूसरा गोल किया। इसी बीच चंडीगढ़ के रक्षात्मक खिलाड़ी चमन गोल बचाने के चक्कर में अपना ही गोल कर बैठे। इस तरह हरियाणा ने उत्तर प्रदेश को 2-1 से पराजित कर अगले दौर में प्रवेश किया।
टीम मैनेजर को रैड कार्ड
मैच के दौरान मोबाइल फोन पर बात करने पर उत्तर प्रदेश टीम के मैनेजर अजीत सिंह को फोर्थ रैफरी मिथुन कुमार कुंडू ने रैड कार्ड दिखा दिया। यह रेड कार्ड उन्हें मैच के 82वें मिनट में दिया गया। इस दौरान उन्हें मोबाइल फोन पर बात करते हुए पाया गया। रैड कार्ड मिलने के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश टीम एरिया को छोडक़र बाहर जाना पड़ा।
मैच कमीश्नर रोबिन जेवियर ने बताया कि मैच के दौरान किसी भी टीम के मैच, मैनेजर अथवा अन्य ऑफिशयल को मोबाइल या अन्य किसी भी इलैक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग वर्जित है। जिसकी जानकारी सभी टीमों को पहले ही दी जाती है।