आखिरकार चर्चाओं का दौर खत्म हुआ। टीम इंडिया मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ ऑरेंज (नारंगी) रंग की जर्सी पहनकर मैदान पर उतर ही गई। जी हां, रविवार को भारत और इंग्लैंड के बीच विश्व कप 2019 का सबसे कठिन मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच में टीम इंडिया मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ ऑरेंज (नारंगी) रंग की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरी है। इंग्लैंड के लिए यह करो या मरो का मुकाबला है। वहीं, टीम इंडिया की निगाहें इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाने की होगी। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों ऑरेंज रंग की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरी टीम इंडिया?
नई जर्सी में क्या है खास?
नई जर्सी का ज्यादातर हिस्सा ऑरेंज (नारंगी) रंग का है। पीछे का हिस्सा तो पूरा इसी रंग में रंगा है, आगे का हिस्सा और कॉलर गहरे नीले रंग का है। इस जर्सी में जो नीला रंग इस्तेमाल किया गया है, वो नियमित नीली जर्सी से भी अलग है और गहरे नीले रंग का है। जर्सी की बाहें भी नारंगी रंग की है और इस पर टीम इंडिया भी नारंगी रंग से ही लिखा गया है। ये जर्सी नियमित जर्सी की तुलना में काफी हल्की बताई जा रही है।
दूसरी जर्सी क्यों पहनी टीम इंडिया?
आईसीसी के नियम के तहत वर्ल्ड कप में एक जैसे रंग की जर्सी वाली टीमों में से एक टीम को ‘अल्टरनेट जर्सी’ पहनकर उतरना है। मसलन, पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका की टीमें हरे रंग की जर्सी पहनती हैं, लेकिन वर्ल्ड कप मैच के दौरान साउथ अफ्रीका पीले रंग की जर्सी में दिखी थी। इसके साथ ही इंग्लैंड मेजबान है, इसलिए उनको अपनी मुख्य जर्सी पहनने का अधिकार है।
नारंगी का ही इस्तेमाल क्यों?
नाइकी ने इस जर्सी को लांच करते हुए कहा कि भारतीय टीम की अवे किट नई पीढ़ी के हार नहीं मानने के जज्बे से प्रेरित है। हाल ही में टीम इंडिया की नई जर्सी लांच की गई थी और ये नई जर्सी भी उसी तरह से आधुनिक जरूरतों को पूरा करती है। नई जर्सी में भी ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे खिलाड़ियों को कम पसीना आए।
आईसीसी के नियम
आईसीसी के नियमों के मुताबिक, किसी भी ऐसे मैच में, जिसका प्रसारण टीवी पर होता है, दोनों टीमें एक ही रंग की जर्सी पहनकर नहीं उतर सकती हैं। यह नियम फुटबॉल के 'होम और अवे' मुकाबलों में पहनी जाने वाली जर्सी से प्रेरित होकर बनाया गया है। हालांकि ये नियम मेजबान टीम पर लागू नहीं होगा। मालूम हो कि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और वेस्ट इंडीज को अपनी जर्सी का रंग बदलने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि उनका रंग किसी भी टीम की जर्सी से मेल नहीं खाता है।
जमकर मचा था बवाल
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया कौन सी जर्सी पहनेगी इसे लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से भी काफी कुछ कहा जा रहा था। कई दलों की तरफ से तिरंगे के अपमान की भी बात कही गई थी। कांग्रेस और सपा ने तो इसे खेल का भगवाकरण बता दिया था।