ओलम्पिक खेलों में शानदार प्रदर्शन कर 41 साल बाद कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरूष हॉकी टीम अगले साल बर्मिंघम, इंग्लैंड में होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों में हिस्सा नहीं लेगी। भारतीय हॉकी फेडरेशन ने एशियाई खेलों को ज्यादा महत्व दिया है।
आपको बता दें कि अगर भारतीय हॉकी टीम एशियाई खेलों में अगर स्वर्ण पदक जीत जाती है तो वे 2024 में होने वाले पेरिस ओलम्पिक खेलों के लिए सीधे क्वालिफाई कर लेगी। दोनों ही कॉमनवेल्थ और एशियाई खेल 2022 में होने हैं। कॉमनवेल्थ खेलों में हॉकी मैच जुलाई 28 से 8 अगस्त के बीच होंगे जबकि एशियाई खेल 10 सितंबर से शुरू होने हैं।
कोरोना महामारी के चलते इंग्लैंड में भारत में टीके की दो डोज लगवा चुके व्यक्तियों को भी क्वारंटीन करना पड़ रहा है। हॉकी फेडरशन ने कहा है कि क्वारंटीन के कारण खिलाड़ियों की परफॉरमेंस पर असर पड़ सकता है इस कारण कॉमनवेल्थ खेलों में टीम हिस्सा नहीं लेगी। फेडरेशन को ये भी डर है कि इन पाबंदियों के कारण एशियाई खेलों में भी टीम की परफॉरमेंस पर पर्क पड़ सकता है।
हाल ही में भारतीय ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने कहा था कि बड़े मुकाम हासिल करने के लिए कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। बत्रा ने कहा, “हमारी टीम बर्मिंघम जाएगी, फिर वंहा से लोट कर 15 दिन का ब्रेक लेगी और फिर एशियाई खेलों के लिए रवाना होगी। इससे उनके खेल पर असर पड़ सकता है।”