हिमाचल प्रदेश की कांगड़ी धाम राज्य के साथ-साथ देश में तो मश़हूर है ही। लेकिन अब इस ट्रैडिशनल फूड का क़्रेज बाहरी देशों में भी देखने को मिल रहा है। बाहरी राज्यों में रह रहे हिमाचली लोग कांगड़ी धाम को अपने घरों में बना रहे हैं और साथ ही साथ ही कैनडा के लोगों में इसका प्रचार भी कर रहे हैं।
ताजे मामले में हिमाचल के कांगड़ा जिले में रहने वाले एक शेफ़ ने इसे कैनडा में बनाया और कैनडा में रह रहे कुछ लोगों के साथ धाम का आनंद उठाया। यही नहीं, शेफ अमन ने कांगड़ी धाम के साथ-साथ हिमाचली टोपी का ट्रेंड भी कैनडा में दिखाया। उनकी तस्वीरों में साफ़ देखा जा सकता है कि एक ओर जहां वे हिमाचल खाने का प्रचार कर रहे हैं औऱ दूसरी ओर हिमाचली ट्रैडिशन का। हालांकि, शेफ अमन की माने तो यहां 'पत्तल' (खाने की प्लेट) की कमी जरूर है लेकिन धाम पूरी तरह कंप्लीट है। मीठा भात एक आख़िरी डिश है जिसे जरूर अगले दिनों में बनाया जाएगा।
ये कोई पहली दफ़ा नहीं जब कोई हिमाचली बाहरी देशों में जाकर अपने देश और अपने राज्य के ट्रैडिशन को बढ़ावा दे रहा हो। इससे पहले भी हिमाचल, पंजाब के कई लोगों ने अपने राज्य की चीज़ों को बढ़ावा देने के लिए कई चीजें बनाते रहते हैं। उदाहरण के तौर पर बात करें तो कैनडा में अधिकांश ऐसे पंजाबी सिंगर हैं जो वहां बैठकर अपने राज्य का प्रचार प्रसार औऱ कई जगहों पर बात करते हैं। ऐसे में हिमाचल के लोग भी इसी ओर बढ़ने लगे हैं औऱ अपनी पारंपरिक चीज़ों को विदेशों तक पहुंचाने पर बल दे रहे हैं।
आख़िर हो भी क्यों न… जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाहरी देशों में जाकर हिमाचली टोपी का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं तो फ़िर ये हिमाचली क्यों नहीं…?? यहां तक देश के प्रधानमंत्री मोदी को कांगड़ी धाम का स्वाद भी याद है औऱ आज भी जब वे हिमाचल या कांगड़ा आते हैं तो बातों ही बातों में चटख़ारे लेना नहीं भूलते…।।।