'108 एंबुलेंस में पड़े मरीज़ ज्यादा VIP's महत्वपूर्ण हैं।' ये लाइन इन दिनो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। जी हां, राष्ट्रपति के कांगड़ा दौरे को सोशल मीडिया पर खूब फ़ज़ीहतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इस दौरान 3 घंटे रोड तो बंद रहा ही, साथ ही साथ टांडा जाने वाले मरीज़ों और लोगों को भी काफी दिक्कतें आईं।
इस संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी वायरल हो रही है, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि एक एंबुलेंस मरीज़ को लेकर टांडा अस्पताल जा रही है। लेकिन उसे रास्ते में ही रोक दिया जाता है। फोटो के कैप्शन में दावा किया गया है कि इस एंबुलेंस को राष्ट्रपति के दौरे के चलते कांगड़ा के टांडा जाने से रोका गया है। इस एंबुलेंस की लोकेशन तस्वीर में कांगडा का सराह इलाका जान पड़ती है। ये देखें कैप्शन…
फोटो में पुलिस अधिकारी एंबुलेंस को रोके हुए हैं और मरीज़ एंबुलेंस में ही मौजूद है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस संदर्भ में मरीज़ के परिजनों ने पुलिस से बात करने की भी कोशिश की, लेकिन उसने राष्ट्रपति के दौरे का हवाला देकर बात टाल दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वाक्या को देखकर सही में ये कहना ग़लत नहीं कि 'किसी की जान से ज्यादा, क्या किसी का दौरा महत्वपूर्ण है…??'
वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वाक्या को देखकर प्रशासन पर भी कई तरह के सवाल उठते हैं। क्योंकि प्रशासन ने कुछ दिन पहले रोडमैप जारी करते हुए साफ लह़ज़े में कहा था कि इस दौरान यदि कोई मरीज़ टांडा जाएगा तो उसे पुलिस सुरक्षा में अस्पताल पहुंचाया जाएगा। अब पुलिस कर्मी का एंबुलेंस को रोकना क्या अपने रूल्स बनाकर-रूल्स तोड़ने के बराबर नहीं…??