भारत में हाल ही में एक ऐसा गेम सामने आया है, जो बच्चों की जान ले रहा है। इस गेम का नाम है 'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम। मुंबई में 14 साल के बच्चे की ख़ुदकुशी के बाद कथित ऑनलाइन गेम 'ब्लू व्हेल चैलेंज' को लेकर बड़ा विवाद छिड़ गया है। यही नहीं इस गेम ने दुनिया में अब तक 200 से ज्यादा युवाओं को मौत नींद सुला चुका दिया है।
भारत में यह गेम हाल ही चर्चा में आया है, लेकिन रूस से लेकर अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, चीन, जॉर्जिया, इटली, केन्या, पराग्वे, पुर्तगाल, सऊदी अरब, स्पेन, अमेरिका, उरुग्वे जैसे देशों में कम उम्र के कई बच्चों ने इस चैलेंज की वजह से अपनी जान गंवाई है।
इस गेम को चलाने वाला फिलहाल एक ही व्यक्ति गिरफ़्तार हो पाया है, उसका नाम फिलिप बुदेकिन (21) है और यह रूस का रहने वाला है। इस गेम के पीछे और लोगों का भी हाथ है, लेकिन अभी किसी और को पकड़ा नहीं जा सका है। माना जाता है कि रूस से ही इस जानलेवा खेल की शुरुआत हुई थी। फिलिप को सेंट पीटर्सबर्ग की जेल में रखा गया है।
गेम का लास्ट टास्क आत्महत्या
लोगों के लिए यह हैरानी का विषय है कि कोई ऑनलाइन गेम किसी के दिमाग पर इस तरह कब्ज़ा कैसे कर सकता है कि ख़ुदकुशी पर मजबूर कर दे। मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप पर खेले जाने वाले इस गेम में प्रतियोगियों को 50 दिनों में 50 अलग-अलग टास्क पूरे करने होते हैं और हर एक टास्क के बाद अपने हाथ पर एक निशान बनाना होता है। इस गेम का आखिरी टास्क आत्महत्या होता है।