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इतिहास के पन्नें: पुरानी हस्तियों की तस्वीरें और इनकी सच्चाई

समाचार फर्स्ट डेस्क |

इतिहास में हिंदुस्तान की ऐसी शख्सियतें रही हैं, जिनके बारे में आज पूरा विश्व उत्सकता से जानना चाहता है। बात महाकवि रवींद्र नाथ टैगोर की हो या स्वंत्रता संग्राम के महानायक सुभाष चंद्र बोस की। इनकी कुछ दुर्लभ तस्वीरें कैप्शन के साथ हम आपको दिखा रहे हैं। साथ ही पुराने भारत के उन जगहों की भी तस्वीरें पेश कर रहे हैं, जो आज के दौर में काफी भीड़-भाड़ वाली हो चुकी हैं…

1.

यह तस्वीर रवींद्र नाथ टैगोर और महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टिन की है। दोनों की एक साथ यह तस्वीर दुनिया की महान तस्वीरों में शुमार है.

2.

रविंद्र नाथ टैगोर की और तस्वीर दुनिया भर के लोगों के लिए आदर का विषय है। इसमें अमेरिका की प्रख्यात लेखिका और एक्टिविस्ट हेलन केलर…टैगोर को छूकर महसूस कर रही हैं। दरअसल, हेलन केलर दृष्टिहीन और मुकबधीर थीं। इसलिए वह टैगोर को छूकर महसूस कर रही हैं।

3.

जर्मनी के एडॉल्फ हिटलर के साथ भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस हाथ मिलाते हुए। दरअसल, इसी मीटिंग के बाद नेताजी ने आजाद हिंद फौज का खाका खींचा था और जापान में कैद भारतीय सैनिकों को आजाद कराकर अंग्रेजों को खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी…

4.

यह तस्वीर 7 अगस्त, 1940 की है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन में हिस्सा लेने के बाद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सर मॉरिस एक साथ हैं।

5.

आजादी की लड़ाई के हीरो रहे चंद्रशेखर आजाद की यह तस्वीर इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क की है। अंग्रेजों से घंटों लोहा लेने के बाद उन्होंने अपनी आखिरी गोली से खुद को शूट कर लिया था। दरअसल, उन्होंने कसम खायी थी कि वह अंग्रेजों की गोली से नहीं मरेंगे..।

6.

यह हैं भारत की पहली महिला पायलट सरला ठकराल। 21 साल की उम्र में इन्होंने पालयट बनने का ख्वाब पूरा किया था।

7.

यह नेताजी की तस्वीर है। युवाओं में वह कितने लोकप्रिय थे, यह तस्वीर सब कुछ बयान करने के लिए काफी है…। हालांकि, उस वक्त कोई सेल्फी टाइप रिवाज नहीं था…लेकिन युवा फोटॉग्रफर को पोज जरूर दे रहे हैं..।

8.

शख्सियतों से हटक जरा इस तस्वीर पर गौर फरमाएं। जनाब ये 1930 का कलकत्ता है। यहां अफ्रीकी जानवर जेब्रा भी तांगा खींचता था…।

9.

यह देखिए 1882 में उत्तराखंड में स्थित केदार टेंपल ऐसा दिखता था.

10.

जिसने मुंबई के लोकल ट्रेन में सफर किया होगा, उसे यह कतई नहीं लगेगा कि यह तस्वीर दादर रेलवे स्टेशन की है…देखिए, कितना खाली है. काश आज भी दादर में इतनी ही भीड़ होती…।