काजा। जाइका वानिकी परियोजना के अंतर्गत स्पीति के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को बुनाई और कताई की ऑटोमैटिक मशीनें वितरित की। सोमवार को वाइल्ड लाइफ डिविजन स्पीति के काजा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान चार स्वयं सहायता समूहों को 35 बुनाई मशीनें और 13 कताई मशीनें बांटी। बीएमसी सब कमेटी शैगो के स्वयं सहायता समूह सरचेन को 15 बुनाई मशीनें, बीएमसी सब कमेटी क्यूलिंग के स्वयं सहायता समूह जोमसा को 5 बुनाई मशीनें, बीएमसी सब कमेटी खुरिक के स्वयं सहायता समूह नगकित को 6 बुनाई और 4 कताई मशीनें वितरित की गई।
बीएमसी सब कमेटी रंगरिक के स्वयं सहायता समूह मैनतोक को 9 बुनाई और 9 कताई मशीनें दी गई। अरण्यपाल वण्य प्राणी दक्षिण प्रीति भंडारी ने स्वयं सहायता समूहों को बुनाई और कताई मशीनें भेंट कर बेहतर आर्थिकी कमाने के लिए आजीविका सुधार के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जाइका वानिकी परियोजना के तहत 884 स्वयं सहायता समूह तरह-तरह के उत्पाद तैयार कर आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं।
प्रीति भंडारी ने कहा कि वाइल्ड लाइफ स्पीति में जाइका परियोजना की गतिविधियां सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यहां के स्वयं सहायता समूह ऑटोमैटिक बुनाई और कताई मशीनों से स्वेटर, मफलर, दस्ताने, जुराबें समेत बैबी सैट तैयार करेंगे। इस अवसर पर डीसीएफ वाइल्ड लाइफ स्पीति मंदार उमेश जेवरे, एसीएफ वाइल्ड लाइफ स्पीति चमन लाल ठाकुर, एसएमएस आशुतोष पाठक, एफटीयू कॉ-ऑर्डिनेटर मिनाक्षी बोद्ध, छोडन, वन विभाग और जाइका वानिकी परियोजना के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।