राजधानी के उपनगर शोघी से सरी गांव को जोडऩे वाली संपर्क सडक़ पानी के भारी बहाव के कारण रिहाड़ के पास धंस गया है। संपर्क मार्ग के बंद होने का मुख्य कारण रिहाड़ से पीछे पुलियों को बंद करना है, जिससे पवाड़ एवं शलोग से सारा पानी रिहाड़ की तरफ आ रहा है। लोक निर्माण विभाग भी लंबे समय से बंद पड़ी पुलियों को खुलवाने की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
पुलियां बंद होने के कारण पानी के तेज बहाव से रिहाड़ के पास हरिकृष्ण शर्मा की करीब 10 बीघा की घासनी को भारी नुकसान हुआ है। हैरानी इस बात की है कि पुलियां बंद होने के कारण सडक़ पर पानी बहता रहता है, जिससे सडक़ किनारे बने घरों को भी खतरा पैदा हो गया है। साथ ही कई जगह सडक़ की ढलान नीचे की तरफ है। इससे पानी नाली में बहने की बजाए नीचे की तरफ बह रहा है। इस कारण सडक़ किनारे बने घर कभी भी खतरे की जद में आ सकते हैं।
रिहाड़ में सडक़ से बहने वाले पानी से करीब 10 घासनी के तबाह होने के अलावा साथ निहारी नाला से लगती लोगों की जमीनों को भी भारी नुकसान हुआ है। सडक़ के शमशानघाट भी बने है, जिस क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है।लोक निर्माण विभाग के जे.ई. अमित ने संपर्क करने पर बताया कि सडक़ में बंद पड़ी पुलियों को खुलवाने पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सडक़ को जल्द खुलवाने के प्रयास किए जाएंगे।