कोरोना वायरस ने दो साल में पूरी दुनिया को बदलकर रख दिया है। हर बार इसकी लहर कमजोर होते ही लोगों में इस महामारी के खत्म होने की उम्मीद जागती है, तब तक नया वैरियंट आ जाता है। ओमिक्रॉन इसका लेटेस्ट वैरियंट था और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि यह लास्ट नहीं था। नया वैरियंट कब तक आएगा डब्लूएचओ ने इस पर भी बात की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैरियंट्स कभी भी आ जाते हैं पर अगला वैरियंट आने में अभी वक्त लगेगा। डॉक्टर मारिया वान करखोफ ने बताया कि ओमिक्रॉन आखिरी चिंता पैदा करने वाला वैरियंट नहीं था, UN हेल्थ एजेंसी इसके चार अलग वर्जन्स को ट्रैक कर रही है।
डॉक्टर मारिया ने अगले कोविड वैरियंट के बारे में बताया, हमको इस वायरस के बारे में काफी कुछ पता है लेकिन हम सबकुछ नहीं जानते। और सच कहूं तो ये वैरिंयट्स वाइल्ड कार्ड्स की तरह हैं। इसलिए यह वायरस जैसे-जैसे बदल रहा है और म्यूटेट हो रहा है हम इसे ट्रैक करते जा रहे हैं।
Livemint की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर मारिया ने बताया, ओमिक्रॉन लेटेस्ट वैरियंट ऑफ कंसर्न है। यह आखिरी नहीं होगा। उम्मीद करते हैं कि अगला वैरियंट आने में थोड़ा वक्त लगेगा। हालांकि अब जो वैरियंट्स आएंगे उनके फैलने की स्पीड काफी तेज होगी। इसलिए हमें ध्यान रखना होगा कि हम न सिर्फ वैक्सिनेशन तेज करें बल्कि इसके फैलने को भी कम करें।
डॉक्टर मारिया ने बीते महीने बताया था कि अगला वैरियंट ओमिक्रॉन से तेज फैलने वाला होगा लेकिन इस बात का जवाब मिलना बाकी है कि यह उतना खतरनाक होगा या नहीं। ओमिक्रॉन वैरियंट अब तक ज्यादातर हर देश में पाया जा चुका है। कई देशों में इसके संक्रमण की दर घट रही है।