हिमाचल प्रदेश में 35000 बेरोजगार युवाओं ने कंडक्टर भर्ती के लिए आवेदन किया। इनमें टेस्ट पास करने वाले 3816 युवाओं को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। लेकिन, इस दौरान प्रदेश में बीजेपी सरकार बनी और सरकार के मंत्री का बयान की नतीजों की समीक्षा के बाद ही घोषणा होगी को लेकर मामला लटक गया। अब इन युवाओं ने संघर्ष का रास्ता अपना लिया है।
अभ्यर्थी लवली, सुमेश, करण, लकी, सुमित, अर्जुन सहित बहुत से बेरोजगार युवा जिन्होंने टेस्ट के लिए फीस भी भरी और इंटरव्यू के लिए खर्चा भी किया। ये सभी सरकार के इस फरमान से सख्ते में हैं जल्द से जल्द नतीजे घोषित करने की बात कर रहे हैं। इनका कहना है की सरकार नतीजों को लेकर भेदभाव कर रही है जबकि सारी प्रक्रिया नियमानुसार हुई है।
इन युवाओं ने कहा की हम प्रदेश का युवा मुख्यमंत्री से प्रभावित है, लेकिन सरकार के इस फैसले विरोध करते हैं और संघर्ष के लिए तैयार हैं। वहीं, पुलिस भर्ती के लिए सोशल मीडिया पर लगातार युवा सरकार से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इन्हें बहाल किया जाए और बेरोजगारों को राहत दी जाए।