पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला. कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की पौने पांच साल की कारगुजारी से प्रदेश की जनता असंतुष्ट एवं निराश है। महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त प्रदेश की जनता आने वाले चुनावों में भाजपा सरकार को उखाड़ फैंकेगी। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां महंगाई आसमान छू रही है है, वहीं पर बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में इस समय 13 लाख से भी अधिक पढ़े लिखे बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के मुददे पर सत्ता में आई थी, मगर सत्ता में आने के बाद घोटालों की सरकार बनकर रह गई है।
आर्थिक दिवालिएपन के कगार पर जयराम सरकार
पूर्व मंत्री ने कहा कि जलशक्ति विभाग में घटिया किस्म के पाईपों की बड़े पैमाने पर खरीद हुई है। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से जांच करवाई जाए। कौल सिंह ने आरोप लगाया कि जयराम सरकार आर्थिक दिवालिएपन के कगार तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि शांता कुमार, वीरभद्र सिंह और प्रेमकुमार धूमल के कार्य काल में कुल मिलाकर 47 हजार करोड़ का कर्ज जयराम सरकार को विरासत में मिला था। मगर अब पौने पांच साल में ही यह कर्ज 70 हजार करोड़ तक पहुंच गया है। जयराम सरकार के कार्यकाल में 23 हजार करोड़ रूपए का कर्ज लिया गया है। जबकि प्रदेश के संसाधनों को विकसित करने की दिशा में कोई भी प्रयास नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने चुनावी वादे भी पुरे नहीं कर पाई है। सत्ता में आने के बाद भाजपा अपने चुनावी वादे भूल चुकी है।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार के विरोध में समाज का हर वर्ग सडक़ों पर उतर कर हड़ताल करने लगा है। यहां तक कि पुलिस महकमें जैसी अनुशासित फोर्स को भी मैस छोड़कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना पड़ा। इसके अलावा ओल्ड पेंशन की मांग को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के ठेकेदारों को भी बिलों की अदायगी के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा । वर्तमान में जिला परिषद कैडर के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं। जिसके चलते पंचायतों के विकास कार्य मनरेगा और 15वें वित्तायोग के कार्य नहीं हो पा रहे हैं। पंचायत सचिवों के हड़ताल पर जाने की वजह से पंचायतों से मिलने वाले किसी भी तरह के प्रमाणपत्र नहीं मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 69 नेश्रल हाईवे घोषित किए थे। जबकि हकीकत में एक का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है। उसी प्रकार पठानकोट- चक्की- मंडी रोड़ को फोरलेन बनाने बारे शिलान्यास किया गया था। मगर अब मंडी की तरह डब्बललेन बनाने की कबात की जा रही है। उसी प्रकार भाजपा सरकार फैक्टर टू लागू करने के वादे से भी मुकर रही है। इसके लिए केबिनेट कमेटी का भी गठन किया गया है। मगर उसकी रिपोर्ट आज तक नहीं आई है। उन्होंने मांग की है कि फैक्टर टू लागू करते हुए विस्थापितों को चार गुणा मुआवजा दिया जाए।
‘शिवधाम के लिए उजाड़ दिया जंगल’
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मंडी में शिवधाम बनाने के लिए कांगणी जंगल को उजाड़ दिया है। जबकि शिवधाम का आम लोगों को कोई फायदा नहीं होने वाला है। यह केवल मात्र कंपनियों को फायदा पहुंचाने और पैसे की बर्बादी के सिवाय कुछ भी नहीं है।
‘होर्डिंगस में जलशक्ति मंत्री के फोटो, कोर्ट के आदेशों की अवहेलना’
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी विभाग व सरकारी योजनाओं के होर्डिंगस पर मुख्यमंत्री, राज्यपाल व सुप्रीमकोर्ट के मुख्यन्यायाधीश के फोटो के अलावा किसी के भी फोटो लगाने पर रोक लगा रखी है। लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। जलशक्ति विभाग की ओर से लगाए गये होर्डिंगस में मुख्यमंत्री के साथ जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के फोटो लगाए गए हैं। उन पर कोट के आदेशों की अवमानना के तहत मामला दायर किया जाना चाहिए।