हिमाचल प्रदेश में National pension scheme को लेकर प्रदेश भर से न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. मंडी के विपाशा सदन में हजारों कर्मचारियों ने हाथों में बैनर और पगड़ियां पहन कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की. साथ ही रैली निकालते हुए सेरी मंच पर पहुंचे और इसे संकल्प रैली का नाम दिया. रैली में कर्मचारियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ राज्य सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की. एनपीएस कर्मियों की इस रैली के दौरान कर्मचारियों में भारी रोष देखने को मिला. रैली में महिलाओं ने भी बढ़ चढक़र हिस्सा लिया. पूरा दिन पूरा शहर पुरानी पेंशन बहाली के नारों से गूंजा. रैली के दौरान रिटायर कर्मचारी भी मौजूद रहे. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने बताया कि हर जिला में पेंशन संकल्प रैलियां की जा रही हैं. जिसकी शुरुआत जिला किन्नौर से हुई थी.
प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द पेंशन बहाल करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संवैधानिक पद पर बैठकर कर्मचारियों से बदले की भावना से काम किया है, जो बिल्कुल भी सही बात नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी है कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी मानसून सत्र के दौरान शिमला परिवार के साथ जाएंगे, अगर फिर भी कर्मचारियों की पेंशन बहाल नहीं होती तो इसका खामियाजा सरकार को चुनावों में भुगतना पड़ेगा. इनका कहना है फिर भी कर्मचारी हर तरह के दबाव से ऊपर उठकर पेंशन बहाली के लिए हमेशा संगठन के साथ खड़े हुए हैं. जिससे यह जाहिर होता है कि कर्मचारी के ऊपर किसी भी तरह का दबाव काम नहीं आएगा.
इससे पूर्व मंडी शहर के ब्यास सदन से कर्मचारियों ने विशाल रैली निकाली जो शहर के सेरी मंच पर आकर संपन्न हुई. इस दौरान भारी संख्या में मौजूद कर्मचारियों ने अपनी मांगों से संबंधित नारे भी लगाए. इस दौरान हल्की बारिश भी हुई लेकिन कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सडक़ो पर डटे रहे. वहीं इस दौरान प्रदेश के विभिन्न कोनों से मंडी संकल्प रैली में पहुंची महिला कर्मचारियों ने बताया कि एनपीएस कर्मचारियों के लिए नो पेंशन स्कीम बनकर आई है. नई पेंशन के सहारे जीवन और खासकर बुढ़ापा काटना मुश्किल होगा. महिला कर्मचारियों ने सरकार से मांग उठाई है कि पुरानी पेंशन हर हाल में बहाल की जाए ताकि सभी को राहत मिल सके। महिला कर्मचारियों ने एनपीएस को एक छलावा बताया.