भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा संचालित भारतीय रैंकिंग 2022 के अनुसार 60.43 स्कोर के साथ सभी इंजीनियरिंग संस्थानों में 20वां स्थान प्राप्त हुआ है. भारत सरकार के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज शुक्रवार को एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 के परिणामों की घोषणा की. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी ने ‘ओवरऑल’ कैटेगरी में 39वां स्थान की शानदार बढ़त बनाई है और पिछले वर्ष 82वें स्थान से बहुत बेहतर 43वें स्थान पर आ गया है. एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में इंजीनियरिंग कैटेगरी में आईआईटी मंडी ने 20वां स्थान और अनुसंधान कैटेगरी में 39वां स्थान प्राप्त किया है. एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 के परिणामों की घोषणा करते हुए भारत सरकार के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, सभी सीएफटीआई मान्य विश्वविद्यालयों और निजी संस्थानों को तीन फ्रेमवर्क के तहत काम करना चाहिए. मान्यता, रैंकिंग और मूल्यांकन.
शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि “भारत सरकार का संकल्प भारतीय शिक्षा व्यवस्था को सर्वसाधारण छात्रों के लिए आर्थिक रूप से सुलभ बनाना है जिसमें डिजिटलाइजेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा”. रैंकिंग के बारे में आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा, “आईआईटी मंडी ने एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है. यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. हमारे उच्च कोटि के शिक्षकों और छात्रों के प्रयासों और अनुसंधान, शिक्षण और अन्य मानकों पर उनके योगदान से यह संभव हो पाया है. हम आगे भी हमारे शोध के बल पर आईआईटी मंडी को पूरे देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के लिए अहम् बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं”. आईआईटी मंडी ने पिछले वर्ष की तुलना में बहुत बेहतर एनआईआरएफ रैंकिंग दर्ज की है. संस्थान की 2021 में ‘ओवरऑल’ रैंकिंग 82वें थी. जो 2022 में 43वें हो गई है। ‘इंजीनियरिंग’ में 2021 में रैंक 41वां था जो 2022 में 20वीं हो गई है और 2021 में ‘रिसर्च’ कैटेगरी में कोई रैंक नहीं था जो 2022 में 39वां हो गया है.