कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सौरभ चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार बागवानों के साथ धोखा कर रही है. प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा सेब के पैकिंग मैटेरियल पर 6 % जीएसटी की कटौती करने वाली घोषणा महज एक छलावा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इशारों पर बागवानी मंत्री ने प्रदेश के सैकड़ों बागवानों के साथ भद्दा मजाक किया है.
सेब पैकिंग मैटेरियल उपलब्ध करवाने के मामले में एचपीएससी और दूसरी सरकारी एजेंसियां बागवानों की मांग कभी पूरा नहीं कर पाई है ऐसे में बागवान मजबूरी खुले बाजार से पैकिंग मैटेरियल खरीदना पड़ता है और सरकार ऐसे में कोई राहत प्रदान नहीं कर पा रही है. ऐसे में बारदाने पर 18 % जीएसटी के स्थान पर 12 % जीएसटी की पुरानी दर पर ही उपलब्ध करवाने का वादा एक छलावा है. बागवानों को खुले बाजार से ही खरीद करनी पड़ेगी और ऐसे में सरकार कोई राहत प्रदान नहीं कर रही है.
सौरभ चौहान ने कहा कि सेब, आम और नीम्बू प्रजाति के फल जैसे किन्नू, माल्टा, संतरा तथा गलगल की खरीद के लिए समर्थन मूल्य में एक रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ोतरी बेहद कम है. इस बार सेब का साइज अपेक्षाकृत छोटा रहने का अंदेशा है ऐसे में सरकार को इस बार समर्थन मूल्य में उचित बढ़ोतरी करनी चाहिए थी.
सौरभ चौहान ने प्रदेश की जयराम सरकार पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर कर सेब बागवानों की उपेक्षा कर रहें है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच हजार करोड़ की सेब आर्थिकी पर आज जो संकट के बादल छाए है वह सब भाजपा सरकार की बागवानों के प्रति नकरात्मक सोच का ही नतीजा है. सौरभ चौहान ने आरोप लगाया कि भाजपा सोची समझी रणनीति के तहत सेब बागवानी की कमर तोड़ रही है. उन्होंने कहा कि आज सेब की लागत लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि खाद से लेकर कीट नाशक व फफूंद नाशक दवाएं भी आज बागवानों को बडी महंगी दरों पर खरीद करनी पड़ रही है. इसी तरह पेकिंग के लिये ट्रे और कार्टन पिछले साल की अपेक्षा इस साल डबल रेट पर बागवानों को खरीदने पड़ रहे है. सरकार की ओर से बागवानों को कोई भी राहत व सहायता प्रदान नही की जा रही है. सरकार ने सेब को जीएसटी के दायरे में लाकर बागवानों की कमर तोड़ने का पूरा प्रयास कर दिया है.
सौरभ चौहान ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने बागवानों की समस्याओं को जल्द नही सुलझया तो कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन शुरू करेगी.