अगर मन में अपने काम के प्रति सच्ची लगन हो तो फिर चाहे रास्ते में कितनी भी बाधाएं क्यों न आ जाएं वो व्यक्ति कभी पिछे नहीं हटता. काम के प्रति ऐसी ही सच्ची लगन और वफादारी की एक मिसाल पेश की है नायब तहसीलदार रमेश चांदला ने. रमेश चांदला अपनी टूटी हुई टांग के साथ ही व्हीलचेयर पर ऑफिस पहुंच रहे हैं और हंसते चेहरे के साथ लोगों का काम कर रहे हैं.
दरअसल नायब तहसीलदार रमेश चांदला की बाइक हादसे में टांग टूट गई. इसके बाद डॉक्टरों ने उनकी टांग पर पलास्टर चढ़ा दिया और 2 महीने तक बेडरेस्ट को कहा. लेकिन एक महीने तक घर में आराम करने के बाद जब रमेश चांदला को लगा कि अब ठीक हो रहे हैं तो उन्होंने फिर से ऑफिस जाने मन बना लिया. फिर क्या था उन्होंने व्हीलचेयर ली और पहुंच गए दफ्तर. और अब वे रोजोना अपनी टूटी हुई टांग के साथ कार्यालय पहुंचकर अपना काम कर रहे हैं.
रमेश चांदला का कहना है कि उनके जीवन का सिर्फ एक ही लक्ष्य है और वह है लोगों की सेवा. इसलिए तो वह टूटी टांग के साथ भी कार्यालय पहुंकर लोगों का काम कर रहे हैं. रमेश चांदला की अपने काम के प्रति ये लगन दूसरे लोगों के लिए भी एक मिसाल बन रही है.